देवालय (मंदिर ) में देव दर्शन के पश्चात मंदिर की या गर्भगृह की प्रदक्षिणा करें और उस समय यह प्रार्थना करें , यदि यह संभव न हो तो खड़े होकर तीन बार स्वयंअपनी चारो ओर प्रदक्षिणा कर यह प्रार्थना बोलें !
यानि कानि च पापानि जन्मांतर कृतानि च ।
तानि तानि विनश्यन्ति प्रदक्षिण पदे पदे ।।
अर्थ : हे प्रभु, जो पापकर्म मेरे द्वारा पिछले जन्मों या इस जन्म में किए गए हैं, उनका इस परिक्रमा के पद-पद पर नाश हो जाये।
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