नूपुर शर्मापर उकसाऊ भाषण देनेके प्रकरणमें ‘मौलाना’ मुफ्ती नदीम बनाए गए बन्दी, १४ दिनकी न्यायिक अभिरक्षा
०२ जुलाई, २०२२
बूंदीमें नूपुर शर्माके विरुद्ध उकसाऊ वक्तव्य देनेवाले ‘मौलाना’ मुफ्ती नदीमको आज बन्दी बनाकर न्यायालयमें प्रस्तुत किया गया था, जहांसे उन्हें १४ दिनकी न्यायिक अभिरक्षामें भेज दिया गया है । मुफ्ती नदीमके अतिरिक्त साथी ‘मौलाना’ मोहम्मद आलम गोरीको भी आज ‘पुलिस’ने बनाया था । ‘मौलाना’ मुफ्ती नदीममें लगभग एक माह पूर्व नूपुर शर्माके विरुद्ध उकसाऊ वक्तव्य दिया था, जिसके पश्चात आज ‘पुलिस’ने मुफ्ती नदीमको बन्दी बनाया ।
यद्यपि उदयपुरकी घटनाके उपरान्तसे ही ‘मौलाना’ मुफ्ती नदीम और ‘मौलाना’ आलम गौरीकी बन्दी बनानेकी मांग तीव्र हो गई थी । उदयपुरमें कन्हैया लालकी निर्मम हत्याके उपरान्त ‘मौलाना’ मुफ्तीको बन्दी नहीं बनानेपर ‘पुलिस’पर प्रश्न खड हो रहे थे । वहीं, आज बन्दी बनानेके उपरान्त कोतवाली ‘पुलिस थाने’के बाहर ‘मौलाना’के समर्थक जुटना आरम्भ हो गए थे । इसको देखते हुए ‘थाने’के बाहर भारी ‘पुलिसबल’ नियुक्त किया गया था ।
यदि राजस्थान शासनने समय रहते इस जिहादी ‘मौलाना’पर कार्यवाही की होती तो उदयपुरकी घटना सम्भवतः नहीं घटती । यह सामाजिक जालस्थलपर प्रेषित हो रहे सन्देशोंका ही परिणाम है कि राजस्थान ‘पुलिस’को जिहादी ‘मौलाना’के विरुद्ध कार्यवाही करनी पडी है अन्यथा शासन और प्रशासन तो कुम्भकर्णी निद्रामें सो रहे थे । – सम्पादक, वैदिक उपाासना पीठ
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