मार्च ९, २०१९
उत्तर प्रदेश विधान परिषदमें भारतीय जनता पार्टीके सदस्य बुक्कल नवाबने हनुमान चालीसाका पाठ किया है । उन्होंने यह पाठ अपने पिता दारा नवाबकी आत्माकी शांतिके लिए किया । जिसका वीडियो उन्होंने सामाजिक जालस्थल ‘फेसबुक’पर अपने पेजपर साझा भी किया है, जिसे समाचार लिखे जानेतक उनके पृष्ठपर ३०० से अधिक लोग देख चुके हैं ।
वीडियोमें स्पष्ट दिख रहा है कि बुक्कल नवाब जिस मंचपर बैठे हैं, वह हिन्दू रीति-रिवाजसे सज्ज है । वहां लाल वस्त्रसे बने आसनपर भगवान हनुमानका चित्र भी रखा हुई है । बुक्कल नवाब भी भगवा वस्त्र धारण किए हुए हैं ।
यद्यपि यह प्रथम अवसर नहीं है, जब बुक्कल नवाबने श्रीराम भक्त हनुमानके प्रति अपनी श्रद्धाको व्यक्त किया हो । इससे पूर्व भी उन्होंने हनुमानजीकी जातिपर हुए घमासानके मध्य हुनमानजीको मुसलमान बता दिया था । इस वक्तव्यसे उन्हें आलोचनाका भी सामना करना पडा था । कांग्रेस, समाजवादी पार्टीने उनपर लक्ष्य साधा था ।
बुक्कल नवाबने कहा था कि मुसलमानोंके नाम ही रहमान, सुल्तान, इमरान, जीशान, रेहान होते हैं, इसीप्रकार हनुमान नाम भी मुसलमानका है । हिन्दुओंमें आपको ऐसा कोई और नाम नहीं मिलेगा, केवल हनुमान नाम मिलेगा; इसलिए हनुमान मुसलमान थे । बुक्कल नवाबने कहा कि लगभग १०० नाम ऐसे हैं, जो हनुमानजीपर ही आधारित हैं । हिन्दू भाई हनुमान जी नाम रख लेंगें; परन्तु सुल्तान नहीं मिलेगा, अरमान, रहमान, रमजान नाम नहीं रख सकते हैं ।
“पूजा विधि किसीभी पन्थानुसार करें; परन्तु मृत्योपरान्त जीवात्माकी गतिके लिए हिन्दू धर्मकी ही शरण ग्रहण करनी पडती है; क्योंकि अन्य किसी पन्थमें सूक्ष्म सम्बन्धी विज्ञान है ही नहीं कि वे गति हेतु कुछ बताएं और कुछ पन्थ तो यह कहकर भ्रमित करते हैं कि एक बार शरीर नष्ट हुआ तो कुछ नहीं रहता है और आज उन्हीं पन्थोंके माननेवालोंके घरमें अत्यधिक पितृदोष व अनिष्ट शक्तियोंका कष्ट होता है ! और इससे यह भी ज्ञात होता है कि हिन्दू धर्मका विज्ञान अत्यधिक प्रग्ल्भ है तो कोई बुक्कल नवाब हो, ब्रूस मार्टिन हो या कोई और सभीको सनातनकी शरण ग्रहण करनी ही पडती है !”- सम्पादक, वैदिक उपासना पीठ
स्रोत : आजतक
Leave a Reply