कलाके नामपर हिन्दू देवी-देवताओंकी नग्न चित्रकारी और अब मुगलों जैसा रावण, रामायणकी सीताने कहा – बन्द हो ऐसा परिहास
५ अक्टूबर, २०२२
रामायण और महाभारतको देशकी धरोहर बताते हुए उन्होंने इसके विरुद्ध होनेवाले स्पन्दनको तत्काल रोकनेकी मांग की । दीपिकाके अनुसार, जिस प्रकारसे शासनके लिए संविधान है, वैसे ही अध्यात्ममें हिन्दुओंके लिए रामायण और महाभारत है । कैसा बेटा होना चाहिए, कैसी बहू होनी चाहिए, किस प्रकारका जीवन जीना चाहिए, ये सब उसमें है ?
चलचित्र आदिपुरुषमें सैफ अली खानकी छविपर खडे हुए विवादमें अब रामायण धारावाहिकमें माता सीताका चरित्र निभानेवाली दीपिका चिखलियाका भी वक्तव्य आया है । उन्होंने कहा है कि यदि चलचित्रमें दिखाया गया रावण लंकाका है तो उसको मुगलों जैसा नहीं दिखना चाहिए । दीपिकाके अनुसार, चलचित्रके लघु प्रदर्शनमें सैफ अली खान रावण जैसे नहीं लग रहे हैं । उन्होंने कहा कि चलचित्रकी कहानी सत्य और ‘सादगी’पर आधारित होनी चाहिए ।
प्रसार माध्यम ‘आजतक’के एक कार्यक्रममें दीपिकाने कहा कि आदिपुरुषके लघु प्रदर्शनमें सैफ अली खानकी छवि रामायणके रावणसे मिलती है । उन्होंने कहा कि चलचित्र सफल तभी होती है, जब उसके पात्र जो चरित्र निभा रहे हों वह वास्तवमें उस रूपमें दिखे । अभी लघु चलचित्रसे चलचित्रके आकलनपर दीपिकाने कहा कि इससे चलचित्रका आकलन करना शीघ्रता होगी ।
भारतीय सिनेमापर कई दशकोंसे वामपन्थी एवं जिहादी विचारधाराका आधिपत्य हैं । सिनेमाका निर्माण करनेवाले और उसमें चरित्र निभानेवाले दोनों ही भारतकी सनातन संस्कृतिका सतत अपमान कर रहे हैं और दीपिका चिखलिया भी उनमें सम्मिलित है, उन्हें भी अपना आचरण सुधारना चाहिए । – सम्पादक, वैदिक उपासना पीठ
स्रोत : ऑप इंडिया
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