सहारनपुरमें तोडफोड, रेलयान स्थानक नष्ट हो’ – ‘व्हाट्सएप’पर षड्यन्त्र, उत्तर प्रदेश ‘पुलिस’ने ५ को ‘दबोचा’


१९ जून, २०२२
       उत्तर प्रदेशकी सहारनपुर ‘पुलिस’ने अग्निपथ योजनाके विरुद्ध सेनाके अभ्यर्थियोंको भडकानेके आरोपमें ५ लोगोंको बन्दी बनाया गया है । इनमेंसे एक कांग्रेसकी छात्र शाखा ‘एनएसयूआई’का जिलाध्यक्ष है और दूसरा आरोपित समाजवादी ‘पार्टी’का सदस्य । हास्यास्पद यह है कि इन सभीकी आयु सेनामें ‘भर्ती’ सीमाको पार कर चुकी है । यह बन्दी १८ जून २०२२ को (शनिवारको) हुई है ।
     सहारनपुर ‘पुलिस’के अनुसार बन्दी बनाए गए आरोपितोंमें से २६ वर्षीय अमित पंवार ‘एनएसयूआई’का जिलाध्यक्ष है । एक अन्य आरोपित ३४ वर्षीय संदीप पूर्व जनपद पंचायत सदस्य रह चुका है । वह समाजवादी ‘पार्टी’का सदस्य बताया जा रहा है । ‘पुलिस’के अनुसार इन सभी आरोपितोंमें से कोई भी सेना ‘भर्ती’की ‘तैयारी’ नहीं कर रहा था । साथ ही ये सभी किसी न किसी राजनीतिक दलसे जुडे बताए जा रहे हैं ।
      बताया जा रहा है कि ये सभी ‘व्हाट्सएप’पर ‘चैट’ कर रहे थे । इस मध्य किसीने इनके ‘स्क्रीनशॉट’ ‘पुलिस’को भेज दिए । इस ‘चैटिंग’में दीपक सहगल नामसे ‘नम्बर’ दिखाई दे रहा है । उसने लिखा, “अब सहारनपुर स्थानकपर तोडफोड होगी । यदि हमारी बात नहीं मानी तो सहारनपुर रेलयान स्थानक (रेलवे स्टेशन) नष्ट करो ।” उसके उत्तरमें एक अन्य ‘नम्बर’वालेने लिखा, “भाई इसीको लेकर बैठक (मीटिंग) चल रही है । हमारी विजय अवश्य होगी; पर ये ध्यान रखना कि किसी भी भाईका नाम अभियोगमें न आए वरना जीवन नष्ट हो जाएगा ।”
       उपरोक्त प्रकरणसे स्पष्ट है कि ये छात्र नहीं है; अपितु छात्रके नामपर षड्यन्त्र करनेवाले देशविरोधी राजनीतिक दलके सदस्य है और सेना अध्यक्ष ने भी स्पष्ट करते हुए कहा है कि जिस भी छात्रपर प्राथमिकी होगी, उसको सेनामें नहीं लिया जाएगा । तथाकथित नेताओंके कारण ही देश रसातलमें जा रहा है । ऐसे नेताओंसे शीघ्र ही छुटकारा मिले, इस हेतु हिन्दू राष्ट्रकी मांग अब मुखरताके साथ सभी हिन्दुओंको उठानी चाहिए । – सम्पादक, वैदिक उपाासना पीठ
 
 
स्रोत : ऑप इंडिया


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