प्रश्न : मैंने आपके लेखको पढकर विगत सप्ताह २-३ बार नमक पानीका उपाय किया । मुझे यह आध्यात्मिक उपाय करते समय बडी विचित्रसी अनुभूति हुई । मेरा जी मितलाने लगा और कोई धारदार वस्तु मेरे कानसे निकल रही हो, ऐसा लग रहा था, मुझे थोडी घबडाहट हो रही थी । क्या मैं इसे उपायको करनेमें निरन्तरता बनाए रखूं या छोड दूं ? - सिमरन कौर, लन्दन


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प्रश्न : मैंने आपके लेखको पढकर विगत सप्ताह २-३ बार नमक पानीका उपाय किया । मुझे यह आध्यात्मिक उपाय करते समय बडी विचित्रसी अनुभूति हुई ।  मेरा जी मितलाने लगा और कोई धारदार वस्तु मेरे कानसे निकल रही हो, ऐसा लग रहा था, मुझे थोडी घबडाहट हो रही थी । क्या मैं इसे उपायको करनेमें निरन्तरता बनाए रखूं या छोड दूं ? – सिमरन कौर, लन्दन

उत्तर : नमक पानीका उपाय अनिष्ट शक्तियोंके कष्टसे निराकरण हेतु एक अत्यधिक उत्तम एवं प्रभावकारी आध्यात्मिक उपाय है । जिस प्रकारकी आपको अनुभूति हुई है उससे समझमें आता है कि आपको अनिष्ट शक्तियोंका कष्ट है; अतः आप इस उपायको नियमित दिनमें दो बार करें और इसे और प्रभावकारी बनानेके लिए ऊपर बताई पद्धति अनुसार आकाश और सूर्यके संरक्षणमें करेंगी तो आपके कष्ट और शीघ्र न्यून होंगे ।

उपाय करते समय आपका घबडाना, जी मितलाना यह सब लक्षण हैं कि अनिष्ट शक्तियोंका प्रभाव  न्यून हो रहा है और इस कारण वे आपको कष्ट दे रही हैं । अनिष्ट शक्तियां हमारे शरीरमें अपना स्थान बना सूक्ष्म अस्त्र डाल देती हैं और उनके वे अस्त्र आपके कानसे बाहर निकल रहे थे जो कि अच्छा लक्षण है और आपका शुद्धिकरण हो रहा था, इनसे आप भयभीत न हों, दृढतापूर्वक नामजप और प्रार्थना करते जाएं और उपाय करते रहें, थोडे समयमें आपके कष्ट न्यून हो जाएंगे । – तनुजा ठाकुर

 



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