झांसी रेलयान स्थानकका नाम वीरांगना लक्ष्मीबाई करनेके विरुद्ध याचिकाको न्यायालयने किया निरस्त
७ मार्च, २०२२
इलाहाबाद उच्च न्यायालयने उत्तर प्रदेशके योगी आदित्यनाथ शासनके एक निर्णयकी पुष्टि करते हुए याचिका करनेवालोंको तगडा झटका दिया है । वास्तवमें उत्तर प्रदेश शासनके झांसी रेलयान स्थानकका नाम परिवर्तित करनेके निर्णयके विरुद्ध प्रविष्ट याचिकापर इलाहाबाद उच्च न्यायालयने कहा कि रानी लक्ष्मीबाईने ‘अंग्रेजों’के विरुद्ध संग्राममें बलिदान दिया था; इसलिए झांसीको वीरांगना लक्ष्मीबाईके नामसे जाना जाना चाहिए । याचिकाकर्ताका कहना था कि झांसी रेलयान स्थानकका नाम परिवर्तित नहीं किया जाना चाहिए; क्योंकि इससे लोग भ्रमित हो रहे हैं । न्यायालयने कहा कि अनेक रेलयान स्थानकोंका नाम उन महापुरुषोंके नामपर रखा गया है, जिनके विषयमें विरले ही लोग जानते हैं । रानी लक्ष्मीबाईको उनकी वीरताके कारण समूचा विश्व जानता है ।
उक्त प्रकरणमें झांसीको वीरांगना लक्ष्मीबाईके नामसे परिवर्तित करना उचित है । स्थलों, स्मारकोंके नामको परिवर्तित करनेसे उत्तरोत्तर भाव जाग्रत सहित दिव्यताकी अनुभूति हो तो निःसंकोच यह सकारात्मक परिवर्तन ही है; इसका सभी समर्थन करते आ रहे हैं । – सम्पादक, वैदिक उपाासना पीठ
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