इस लेख की श्रृंखलामें धर्म प्रसारकी सेवाके दौरान अपने कुछ अनुभव आपके साथ बाटुंगी जिससे यह समझमें आएगा कि साधक किसे कहते हैं |
दिनांक चौदह मार्च २०१२ को अलीगढ़से आगरा एक साधकके निमंत्रणपर पहुंची | जिस साधकने हमें बुलाया था उनसे मैं अगस्त 2011 में दो मिनटके लिए एक साधकके घरपर मिली थी, मुझे सत्संगके लिए जाना था अतः उन्हें अधिक समय नहीं दे पायी थी मैंने उन्हे नामजप करनेके लिए कहा था और facebook में मेरे लेखोंको पढने हेतु भी कहा था | उस साधकने facebook में प्रकाशित मेरे लेखोंके माध्यमसे साधना आरंभकर दी और जब मैं उनके पास आठ महीनेके पश्चात पहुंची तो उनका भाव देख मन आनंदित हो गया | उस साधकके पास कम्प्युटर नहीं है वह मोबाइलपर मेरे सारे लेखों को पढकर उसे आचरणमें लानेका प्रयास करता है | उसने मेरे कितने ही लेखोंका संदर्भ देकर प्रश्न पूछ रहा था और किस प्रकारसे उसने मेरे लेखोंमें बताए मुद्देको आचरणमें लानेका प्रयासकर रहा है यह भी उन्होंने बताया | उनकी साधनाकी तडप, उनका भाव अनुकरणीय है ! जब मैं उनके घरपर रुकी थी तो भी उनका ध्यान इस बात पर थी की उनसे सेवाके दौरान कोई चूक न हो !
उन्होने मेरे लेखों को पढ़कर
१. घरमें प्रतिदिन नियमित वास्तु शुद्धि आरंभ कर दी |
२. नमक पानीसे स्नान और नमक पानीमें पैर डालकर आध्यात्मिक उपाय आरंभकर दिये |
३. अखंड नामजप करनेके लिए मैंने जो प्रयास बताए और जो मंत्र करना चाहिए वह आरंभ कर दिये |
४. सुबह उठकर क्या करना चाहिए इस लेखको पढ़कर —- कराग्रे वसते लक्ष्मी … जैसे श्लोक और प्रार्थना आरंभ कर दी |
५. मेरे आने हेतु स्वतः ही प्रवचनके आयोजन हेतु प्रयास आरंभ किए और परिणामस्वरूप प्रवचन भी आयोजित हो पाये |
६. अपने माता पिता , बहनको भी साधनाके बारेमें बताकर उन्हें भी मेरे सत्संग सुनने हेतु मानसिक रूपसे तैयार किए |
७.उस साधकने अनेक पोस्टको जैसे कंठस्थकर लिए हों और मेरे एक लेखसे प्रश्न भी पूछे उस साधककी जिज्ञासा देख मैं विस्मृत हो गयी |
इस साधककी त्यागकी भावना, प्रेमभाव, भक्ति, ईश्वर प्राप्ति हेतु तडपने उसे अनेक अनुभूति दी परिणामस्वरूप गुरुतत्त्वने उनका मार्गदर्शन ही नहीं किया बल्कि उसकी पिछले आठ महीनेमें १ प्रतिशत आध्यात्मिक प्रगति भी हो गयी | (यदि कोई व्यक्ति पूरे मनसे पूजा पाठ, व्रत – त्यौहार, मंदिर दर्शन , स्त्रोतपठन, इत्यादि पूरी लगनसे करता है तो एक वर्षमें १% आध्यात्मिक प्रगतिकर लेता है ) | (परात्पर गुरु – तनुजा ठाकुर)
Respect for the sadhak 🙂
blessed is this saadhak. She motivates each one of us. Pranaam to her.