जून १२, २०१९
समाजवादी पार्टीके सांसद आजम खानने मदरसोंकी शिक्षा प्रणालीमें कम्प्यूटर और गणितको सम्मिलितकर उन्हें मुख्यधारामें लानेके निर्णयपर प्रतिक्रिया दी । उन्होंने मंगलवार, ११ जूनको कहा कि मदरसे नाथूराम गोडसेकी प्रवृत्तिवाले या प्रज्ञा सिंह ठाकुर जैसे लोग नहीं बनाते हैं । यदि मदरसोंकी सहायता करना चाहते हैं तो उनके भवन बनवाएं और सुविधाएं बढाई जाएं । केंद्र शासन अगले ५ वर्षोंमें अल्पसंख्यक समुदायके ५ कोटि छात्रों शको छात्रवृत्ति देनेकी योजना जुलाईसे आरम्भ करेगी । इसके अतिरिक्त मदरसोंमें कम्प्यूटर, गणित और विज्ञान जैसे विषय भी पढाए जाएंगे ।
आजमने कहा कि शासन पहले घोषित करें कि गोडसेके विचारोंका प्रचार करनेवाले लोकतन्त्रके शत्रु घोषित किए जाएंगें, आतंकवादी गतिविधियोंके लिए दोषी बताए लोगोंको पुरस्कार नहीं दिया जाएगा । मदरसोंमें धार्मिक शिक्षा दी जाती है । इसके साथ बच्चोंको अंग्रेजी, हिंदी और गणित पहले ही पढाया जा रहा है ।
केंद्रने अगले ५ वर्षोंमें अल्पसंख्यक समुदायके ५ कोटि छात्रोंको छात्रवृत्ति देनेकी घोषणा की है । इनमें ५०% युवतियां सम्मिलित होंगीं ।
“आजम खानजीने उचित कहा कि मदरसे गोडसे और साध्वी जैसे लोग नहीं बनाते हैं, वरन कसाब, बुरहान वानी जैसे आतंकी ही सज्ज करते हैं । यह हम नहीं गत एक वर्षोंसे मदरसोंसे आनेवाले समाचार कह रहे हैं । यदि आतंकी विचारधाराको कम्प्यूटर, भवन, निशुल्क भोजन आदि दिया जाएगा तो वे अच्छे नागरिक नहीं वरन अच्छे और सरलतासे और बडे आतंकी बनेंगें और यदि यह असत्य है तो कश्मीर और केरलके छात्र पढलिखकर आइएसमें नहीं जाते ! शाहन इसपर विचार करें और मदरसोंको बन्द करें, यही राष्ट्रहितमें है । “- सम्पादक, वैदिक उपासना पीठ
स्रोत : भास्कर
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