फरवरी १८, २०१९
पुलवामा आतंकी आक्रमण और जैश कमांडर गाजीकी समाप्तिके पश्चात मंगलवार, १९ फरवरीको सेना, सीआरपीएफ और जम्मू-कश्मीर पुलिसने एक साथ प्रेस वार्ता की । इसमें पुलवामा आतंकी आक्रमण और उसके पश्चात हुई मुठभेडकी विस्तृत जानकारी दी गई । इसके अतिरिक्त प्रेस वार्तामें कश्मीरके ‘भटके’ युवाओंके (पत्थरबाज या आतंकी बन गए युवाओं) लिए भी कडी शब्दोंके साथ चेतावनी दी गई ।
भारतीय सेनाके ‘चिनार कॉर्प्स’के लेफ्टिनेंट जनरल केजेएस ढिलन्नने स्पष्ट शब्दोंमें कहा कि आतंकवादको नष्ट करनेको लेकर हम कृत-संकल्प हैं । इसके लिए बाहरसे जो भी कश्मीरमें आतंक मचाने आएगा, वो वापस जीवित नहीं जाएगा, यह पक्का है ।
लेफ्टिनेंट जनरल केजेएस ढिलन्नने कश्मीरकी माताओंसे विनती करते हुए कहा कि वे अपने बच्चोंको समझाएं और अनुचित राहपर चले गए लडकोंको समर्पण करनेका आग्रह करें; परन्तु अगले ही वाक्यमें उनका यह आग्रह स्पष्ट संकेतमें परिवर्तित हो गया, जब उन्होंने कहा, “समर्पण करनेवालोंके लिए सेना कईप्रकारके अच्छे कार्यक्रम चला रही है; परन्तु आतंकवादमें सम्मिलित होनेवालोंपर कोई दया नहीं दिखाई जाएगी ।”
प्रेस वार्तामें उपस्थित कश्मीर पुलिसके आईजी एसपी पाणिने बताया कि कश्मीरी युवाओंके आतंकी बननेकी घटना गत कुछ माहमें अल्प हुई है । यद्यपि उन्होंने भी सेनाकी भांति ही स्पष्ट संदेश दिया कि घाटीमें जो भी घुसपैठ करेगा, वह जीवित नहीं बचेगा ।
“अब देश आतंकियों व आतंकी समर्थकोंका पूर्णतया विनाश देखनेको आतुर है । शासन व सेनाध्यक्ष सभी राष्ट्रद्रोहियोंका विनाश करें, यहीं उनसे अपेक्षा है ।”- सम्पादक, वैदिक उपासना पीठ
स्रोत : ऑप इण्डिया
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