जुलाई २२, २०१९
कोलकातामें ३७ वर्षके असगर अली नामक जिहादीको ५ वर्षकी बच्चीके दुष्कर्म और बादमें हत्या करनेके आरोपमें बन्दी बनाया है । समाचारोंके अनुसार अलीने पहले फलका लालच देकर अपने पडोसके घरसे बच्चीको उठाया और जंगलमें ले जाकर उसके साथ दुष्कर्म किया । इसके पश्चात बच्चीका गला घोंटकर उसे मार दिया !
जब अत्यधिक समयतक बच्ची घर नहीं आई तो उसके माता-पिताने पुलिसमें प्राथमिकी प्रविष्ट कराई । इसके पश्चात पुलिसने ‘ड्रोन और स्निफर डॉग्स’की सहायतासे बच्चीको ढूंढनेका प्रयास किया; परन्तु पुलिसको बच्ची नहीं मिली । ग्रामीणोंसे पूछताछ हुई तो इसमें अलीकी संलिप्ता पाई गई । ग्रामीणोंने बताया कि बच्ची ओझल होनेसे पहले अन्तिम बार अलीके साथ दिखी थी ।
इसके पश्चात साउथ-२४ परगनाके खेयाडा नम्बर १ पंचायत क्षेत्रके नरेन्द्रपुर निवासी अलीके घरके बाहर गांव वालोंने हंगामा किया और उसके घरपर तोड-फोड भी की । इस घटनाके पश्चात पुलिसने शनिवार, २० जुलाई २०१९ को अलीको रेलयानसे आते हुए बन्दी बनाया ।
पूछताछके समय अलीने स्वीकारा कि उसीने बच्चीके साथ पहले दुष्कर्म किया और उसके रोनेपर उसकी गला घोंटकर हत्या कर दी । अलीद्वारा स्वीकारनेके पश्चात पुलिस अलीको उस स्थ नपर लेकर गई, जहां उसने बच्चीके शवको फेंका था । यह बच्चीके घरसे १ किलोमीटर दूर था । पुलिसको बच्चीका शव और उसके वस्त्र मिले ।
पुलिसने बताया है कि अलीने इस घटनाके पश्चात अपना भ्रमणभाष बन्द कर दिया था और निरन्तर अपनी स्थिति परिवर्तित कर रहा था, जिसके कारण उसे ढूंढना अत्यधिक कठिन हो गया था । पुलिसको ज्ञात हुआ कि अलीका पहले भी आपराधिक अभिलेख रह चुका है । “जहां-२ धर्मान्धोंकी संख्या बढती है तो वहां-२ ऐसे जघन्य अपराध सामान्य बन जाते हैं । अब हिन्दू इसे गांठ बांंधकर रख लें कि यदि जिहादी आसपास भी रहता है तो माता-पिता अपनी बच्चियोंको अपनी दृष्टिसे दूर न होने दें ।”- सम्पादक, वैदिक उपासना पीठ
स्रोत : ऑप इण्डिया
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