जून १२, २०१९
कठुआ दुष्कर्म प्रकरणमें लगभग एक वर्ष कारावासमें रहनेके पश्चात मुक्त हुए विशाल जंगोत्राने ‘क्राइम ब्रांच’ पुलिसपर गम्भीर आरोप लगाए हैं । विशालने कहा कि उससे हत्याकी बात स्वीकार करवानेके लिए पुलिसने सभी प्रयास किए । उसे यातनाएं दी गईं । विशालके अनुसार, उसने मेरठमें बीएससीकी (एग्रीकल्चर) परीक्षा दी थी और उस समय वह उत्तर प्रदेशके मुजफ्फरनगरमें स्थित मीरांपुरमें था । तभी घरपर क्राइम ब्रांच पहुंची और पीटना आरम्भ कर दिया ।
विशालने आगे बताया कि फिर उसे मारपीट करते हुए ही मीरांपुर थाना ले जाया गया और वहांसे वाहनमें डालकर कठुआतक लाया गया । उसे रास्तेमें भी पीटा गया और कठुआ पहुंचनेके पश्चात रात भर यातनाएं दी गईं । क्राइम ब्रांचने पूरे परिवारको नष्ट करनेकी चेतावनी दी और दबाव बनाया कि बच्चीसे दुष्कर्म और हत्या स्वीकार कर लो । क्राइम ब्रांचने यातनाएं देकर यह स्वीकार करनेको कहा कि मैंने मेरठमें परीक्षा नहीं दी, परीक्षा किसी औरने दी थी ।
जब विशालसे यह पूछा गया कि पुलिस उसे ही क्यों फंसाना चाहती थी ?, इसपर उसने कहा कि क्राइम ब्रांच पूरे परिवारको नष्ट करना चाहती थी और उसके भाईको भी फंसानेका षडयन्त्र कर रही थी । मुक्त होनेपर विशाल अब मेरठ लौटनेकी तैयारीमें लगा है, जहां वह अपनी शिक्षा पूर्ण करेगा । विशालने बताया कि उसके मित्रोंको पीटकर स्वीकार करवानेका प्रयास किया गया कि उसके स्थानपर उन्होंने परीक्षाएं दीं और उसका भ्रमणभाष यन्त्र भी उन्हीं लोगोंके पास था ।
उल्लेखनीय है कि विशाल जंगोत्राने दावा किया था कि जिस दिन जम्मूके कठुआमें बच्चीके साथ दुष्कर्म हुआ, उस दिवस वह मेरठमें परीक्षा दे रहा था । यद्यपि, क्राइम ब्रांचका कहना था कि जंगोत्रा मेरठमें १५ जनवरीको परीक्षा देने नहीं गया था ।
“यह अवश्य ही अति गम्भीर आरोप है ! कोई भी साधारण नागरिक क्राइम ब्रांचपर ऐसे आरोप क्यों लगाएगा ? शासन इसकी जांच करें और यदि कोई भी है तो उसे अवय ही दण्डित करे । “- सम्पादक, वैदिक उपासना पीठ
स्रोत : अमर उजाला & ऑप इण्डिया
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