जून ४, २०१९
बंगालमें रामका नाम लेना कितना दोषपूर्ण बन गया है, इसका उदहारण राज्यके आसनसोलके बराकरसे सामने आया है, जहां शवयात्रामें ‘राम नाम सत्य है’ बोलनेपर उन्मादियोंने भीषण आक्रमण कर दिया । प्राप्त हुए समाचारके अनुसार, रविवार, २ जूनको कुल्टी रांचीग्राममें एक हिन्दू युवककी मृत्यु हो गई थी । मृत्युके पश्चात स्थानीय लोग युवककी शवयात्रा लेकर मनबढिया शमशान घाट जा रहे थे । इस मध्य शवयात्रामें सम्मिलित लोग युवककी आत्मिक शान्तिके लिए ‘राम नाम सत्य है’ बोलते हुए जा रहे थे ।
आरोप है कि इसी मध्य मुस्लिम समुदायके उन्मादी युवकोंने ‘राम नाम सत्य है’ बोलनेका विरोध करते हुए शवयात्रामें सम्मिलित लोगोंपर आक्रमण कर दिया तथा मारपीट आरम्भ कर दी, लाठियोंसे पीटना आरम्भ कर दिया । इसके पश्चात स्थिति तनावपूर्ण हो गई । जानकारी मिलनेपर हिन्दू समाजके लोग एकत्रित हो गए तथा शवको मनबढिया शिव मंदिरके पास रखकर जाम लगा दिया । सूचना मिलनेपर पुलिस पहुंची तथा लोगोंको समझानेका प्रयास किया तथा जाम खुलवाया ।
“जिस राज्यकी मुख्यमन्त्री राम नामपर विष उगले तो धर्मान्ध तो पहलेसे ही इसकी प्रतिक्षामें रहते हैं और मुख्यमन्त्री उन्हें खुला अवसर दे रही हैं तो वे हिन्दुओंको मार रहे हैं । सन्तोंकी भूमि बंगालको जिहादियोंकी भूमि बनानेवाली मुख्यमन्त्री ममता बैनर्जीको सत्ताहीन करना ही इसका समाधान है ।”- सम्पादक, वैदिक उपासना पीठ
स्रोत : सुदर्शन न्यूज
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