जून ७, २०१९
उत्तर प्रदेशके शामलीमें मोमोज खानेको लेकर बजरंग दलके दो कार्यकर्ताओंकी दूसरे समुदायके युवकोंसे कहासुनीके पश्चात मारपीट हो गई । हंगामे और मारपीटकी सूचनापर पहुंची पुलिसने एक युवकको पकडकर लिया; परन्तु दूसरे समुदायके लोग पुलिसके साथ हाथापाईकर अपने मित्रको छुडाकर वहां ले गए । इस घटनामें पुलिसकर्मीकी वर्दी भी फट गई । इस पूरी घटनामें तीन युवक गम्भीर रूपसे चोटिल हो गए, जिन्हें चिकित्साके लिए चिकित्सालयमें प्रविष्ट कराया गया है ।
घटना शामली जनपदके अजुध्या चौक बडा बाजारकी है । गुरुवार देर रात बजरंग दलके कार्यकर्ता हिमांशु और हर्ष अजुध्या चौकपर मोमोज खाने गए थे । इसी मध्य बरखंडी मोहल्लेके साजिद, आबिद और तौफीक भी वहां मोमोज खाने पहुंचे । दोनों पक्षोंके मध्य किसी बातको लेकर कहासुनी और मारपीट हो गई । आरोप है कि साजिद आदिने अपने मित्रोंको वहांपर बुला लिया और आक्रमणकर हिमांशु और हर्षको चोटिल कर दिया ।
वहां व्यापारियोंके साथ ही हिन्दू संगठनके कार्यकर्ता एकत्र हो गए और घटनाकी सूचना पुलिसको दी गई । सूचना मिलनेपर डायल १०० पुलिस वहांपर पहुंची और आरोपीको बन्दी बना लिया । युवकको बन्दी बनाते ही वहांपर दूसरे समुदायकी भीड एकत्र हो गई और पुलिससे हाथापाई कर पकड गए युवकको छुडा ले गई । इसके पश्चात व्यापारियोंने हंगामा आरम्भ कर दिया । प्रकरण दो समुदायोंसे जुडा होनेसे तनाव बन गया ।
“जिहादियोंके मनमें किसप्रकार विष भरा हुआ है, यह उनके कृत्योंसे ही उजागर हो रहा है । हिन्दुओंको देखते ही जो काफिरकी छवि उनके मनमें है, उससे प्रेरित होकर वे मरने और मारनेको सज्ज रहते हैं । न पुलिससे भयभीत होते हैं और न ही हिन्दुत्वनिष्ठ संगठनोंसे ! क्या ऐसी विषकारी मानसिकताके लोग शान्तिप्रिय लोगोंके मध्यमें रहने योग्य हैं ? जब ये पुलिसकी वेशभूषा फाड सकते हैं तो साधारणजनकी क्या स्थिति करेंगें ? स्वयं विचार करें !”- सम्पादक, वैदिक उपासना पीठ
स्रोत : वन इण्डिया
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