रोहिंग्याके पास उत्तरप्रदेशका आधार कार्ड, १४०० ‘याबा ड्रग्स टैबलेट’के साथ पुलिसने बन्दी बनाया !!


जनवरी १२, २०१९

हैदराबाद पुलिसने एक बडी सफलता प्राप्त करते हुए शुक्रवार, ११ जनवरीको दो रोहिंग्याको बन्दी बनाया है और साथ ही ‘बैन याबा ड्रग्स’की १४०० गोलियां (टैबलेट्स) भी मिली हैं । यह प्रथम बार है, जब नगरमें इस प्रकारकी गतिविधियां देखनेको मिली हैं । पुलिसको इस बारेमें सूचना मिली थी कि दो रोहिंग्या प्रतिबन्धित किए गए मादक पदार्थको विक्रय रहे हैं और इसी सूचनाके आधारपर बालापुर पुलिसने इन लोगोंका अन्वेषण आरम्भ कर दिया । अबीबुस रहमान और मोहम्मद रहीम नामके दो व्यक्तियोंको बन्दी बनाया गया ।

‘एएनआई’से बात करते हुए पुलिस कमिश्नर महेश एम भगतने कहा कि यह ‘ड्रग्स’ अधिकतर थाईलैंड और म्यांमारसे लाया जाता है और इसे ‘मैड ड्रग’के रूपमें भी जाना जाता है । उन्होंने आगे कहा, “मोहम्मद रहीमके पाससे एक ‘आधार कार्ड’ भी मिला है, जिसमें उत्तर प्रदेशका एक निवासीय गन्तव्य (एड्रेस) था । हम आगे प्रकरणकी जांच कर रहे हैं । अधिकृत किए गए सामानका कुल मूल्य २ लाख रुपयोंसे अधिक है !”

धारा ८ (सी) अन्तर्गत एक प्रटरण प्रविष्ट कर लिया गया है, जिसमें ‘एनडीपीएस अधिनियम १९८५, १९९, २००, आईपीसी-४२०’ धाराएं लगाई गई हैं । पुलिस यह ज्ञात करनेका प्रयास कर रही है कि यह मादक पदार्थ कहां बना है और कहांसे आया है ? इसकी एक गोली १५० रुपयोंमें विक्रय की जा रही थी । समाचार विभाग ‘एएनआई’के विवरणमें याबा ड्रग कैथरीन और मेथामफेटामाइन जैसे रासायनिक पदार्थोंका मिश्रण है, जो एक मादक पदार्थ है और भारतमें प्रतिबन्धित है ।

“आए दिन रोहिंग्या आतंकी पकडे जाते हैं, ये देशमें उत्पात कर रहे हैं, तदोपरान्त भी इन्हें देशसे बाहर नहीं किया जा रहा ! शासकवर्ग अब किस चीजकी प्रतीक्षामें हैं ? हमें बिना समय लगाए इन आतंकियोंको देशसे बाहर करना होगा, अन्यथा अनुमान लगाना कठिन है कि एक रोहिंग्या इतना आतंक प्रसारित कर सकता है तो सहस्रों क्या करेंगें !”- सम्पादक, वैदिक उपासना पीठ

स्रोत : जी न्यूज



Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

सम्बन्धित लेख


सूचना: समाचार / आलेखमें उद्धृत स्रोत यूआरऍल केवल समाचार / लेख प्रकाशित होनेकी तारीखपर वैध हो सकता है। उनमेंसे ज्यादातर एक दिनसे कुछ महीने पश्चात अमान्य हो सकते हैं जब कोई URL काम करनेमें विफल रहता है, तो आप स्रोत वेबसाइटके शीर्ष स्तरपर जा सकते हैं और समाचार / लेखकी खोज कर सकते हैं।

अस्वीकरण: प्रकाशित समाचार / लेख विभिन्न स्रोतोंसे एकत्र किए जाते हैं और समाचार / आलेखकी जिम्मेदारी स्रोतपर ही निर्भर होते हैं। वैदिक उपासना पीठ या इसकी वेबसाइट किसी भी तरहसे जुड़ी नहीं है और न ही यहां प्रस्तुत समाचार / लेख सामग्रीके लिए जिम्मेदार है। इस लेखमें व्यक्त राय लेखक लेखकोंकी राय है लेखकद्वारा दी गई सूचना, तथ्यों या राय, वैदिक उपासना पीठके विचारोंको प्रतिबिंबित नहीं करती है, इसके लिए वैदिक उपासना पीठ जिम्मेदार या उत्तरदायी नहीं है। लेखक इस लेखमें किसी भी जानकारीकी सटीकता, पूर्णता, उपयुक्तता और वैधताके लिए उत्तरदायी है।

विडियो

© 2021. Vedic Upasna. All rights reserved. Origin IT Solution