नेशनल डेस्क: सेना पर किए गए एफआईआर दर्ज किए जाने का मामला शांत नहीं हो रहा है। अब एक सैनिक की पत्नी ने महबूबा को खुला खत लिख कर उनकी कड़ी निंदा की है। 27 जनवरी को जम्मू-कश्मीर के शोपियां जिले के गानवपोरा गांव में सेना और प्रदर्शनकारियों के बीच हुए मुठभेंड में दो लोगों की मौत हो गर्ई। जिसके बाद जम्मू कश्मीर की मुख्यमंत्री महबूबा मुफती द्वारा सेना के जवानों के खिलाफ एफआईआर दर्ज करा दिया गया। महबूबा के इस कदम का पूरे देश में विरोध हो रहा है। अपने खत में महिला ने महबूबा से कई ऐसे सवाल पूछे हैं जिनका शायद ही उनके पास कोई जवाब हो। महिला ने बुरहान वानी को शहीद कहे जाने वाले मामले का भी जिर्क कर महबूबा की खिचाई की है। इतना ही नहीं महिला ने घाटी में शांति व्यवस्था स्थापित किए जाने वाले आॅपरेशन क्लीन अप भी सवाल खड़े दिए। महिला ने महबूबा से पूछा है कि इस आॅपरेशन के दौरान कितने लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज किया गया।
पत्थर बाजों का दिल जितने के लिए एफआईआर
महिला ने महबूबा पर आरोप लगाया है कि क्या वो अशांति फैलाने वाले पत्थरबाजों को खुश करने के लिए पूरी रेजिमेंट के खिलाफ एफआईआर करा देती। सैनिक की पत्नी ने अपने खत में महबूबा पर निशाना साधते हुए लिखा है कि उनके प्रियजन घर से दूर घाटी में देश की रक्षा कर रहे हैं लेकिन क्या वो पत्थरबाजों और ग्रेनेड जैसे हमलों को खुद को सुरक्षित कर सकेंगे। यह भी लिखा है कि कल मेजर गोगोई तो आज मेजर आदित्य को निशाना बनाया जा रहा है इस तरह कल किसी का भाई और तो किसी का पति होगा जिसे देश की सुरक्षा करने के कारण राजनीति का शिकार होना पड़े।
तिहाड़ में बंद आतंकवादियों की चिंता क्यों
सैनिक की पत्नी ने अपने खत में महबूबा से पूछा है कि वो तिहाड़ में बंद आतंकवादियों से हो रहे गलत व्यवहार के लिए गृह मंत्रालय को तुरंत पत्र लिख देती हैं लेकिन क्या उन्होंने कभी किसी सैनिक के घरवालों का हाल जानने की कोशिश की है। महिला ने महबूबा से अपने लेटर में कहा है कि उसे उनके जवाब का इंतजार रहेगा आशा है कि उसे जल्द उत्तर मिलेगा
Leave a Reply