सिलीगुडीसे बन्दी दो रोहिंग्या महिलाएं, कूट (जाली) परिचयपत्र लेकर कश्मीर जाकर बसनेको थीं उद्यत
०६ जून, २०२१
पश्चिम बंगाल पुलिसने शनिवार २९ मई २०२१को सिलीगुडीके ‘न्यू’ जलपाईगुडी रेल स्थानकसे दो महिलाएं, रूकिया तथा अजिदाको एक पुरुष जहीरउल इस्लामके संग बन्दी बनाया है । दोनों रोहिंग्या महिलाएं कूट परिचय पत्र जैसे आधार, ‘पैन कार्ड’ बनवाकर कश्मीरमें जाकर बसनेके प्रयासमें थीं । जहीरउल, असम निवासी है, तथा पुलिसको शङ्का है कि उसने इससे पूर्व भी अनेक रोहिंग्याओंको भारतमें अवैध प्रवेश करवाया है ।
महिलाओंने बताया कि उनके अनेक सम्बन्धी भारतमें आकर बस चुके हैं । इससे पूर्व गत वर्ष नवम्बरसे अबतक ३० अवैध प्रवासी रोहिंग्या रेल स्थानकोंसे बन्दी बनाए गए हैं । असम तथा बंगालकी सीमाएं पार करके इन्हें अवैध घुसपैठ करवाई जाती है । अनेक रोहिंग्या जम्मू तथा देहलीमें भी भारतीय परिचय पत्र बनवाकर निवास कर रहे हैं । देहलीमें इन्हें बसानेमें आम आदमी पार्टीके किसी नेताके नामकी चर्चा भी हुई है ।
यह इस देशका यह दुर्भाग्य है कि हमारे देशके कुछ नेता चुनावमें विजयी होनेके लिए मत प्राप्त करनेके उद्देश्यको, देशहितसे अधिक महत्त्व देते हैं । रोहिंग्या भारतमें लाखोंकी सङ्ख्यामें सर्वत्र फैल चुके हैं । इन्हें ढूंढकर इनके देश भेजना अतिशय कठिन कार्य है । केन्द्र शासन इन्हें पुनः भेजनेके लिए कटिबद्ध है तथा पुलिस पूर्ण सहयोग कर रही है । इन्हें चुन-चुनकर लौटाना आवश्यक है । इनके कारण हमारे देशकी अर्थव्यवस्थापर दुष्प्रभाव हो रहा है । – सम्पादक, वैदिक उपाासना पीठ
स्रोत : ऑप इंडिया
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