बिहारमें १२ विवाह रचानेवाला मोहम्मद शमशाद बनाया गया बन्दी, विवाह उपरान्त बलपूर्वक कराता था वेश्यावृत्ति


२८ जून, २०२२
               बिहारके पूर्णियामें एक चकित कर देनेवाले प्रकरण अन्तर्गत ‘पुलिस’ने एक ३२ वर्षीय धर्मान्ध व्यक्तिको १२ विवाह करने व लडकियोंको बलपूर्वक देह व्यापारमें धकेलने एवं विक्रयके आरोपमें बन्दी बनाया है । ‘पुलिस’के अनुसार आरोपीने जिन लडकियोंसे विवाह किया था उनमेंसे ८ अवयस्क थीं । ‘पुलिस’ने जानकारी साझा करते हुए कहा कि आरोपीका अभिज्ञान मोहम्मद शमशादके (मनोहरके) रूपमें हुआ है । वह किशनगंज जनपदके कोचाधामन ‘थाना’ क्षेत्रके अनारकली गांवका निवासी है । अरोपीके विरुद्ध सर्वप्रथम ८ दिसम्बर, २०१५ को प्राथमिकी प्रविष्टकी गई थी, इसके पश्चातसे वह लुप्त चल रहा था । अनगढके बिजवार गांवके रहने वाले मोहम्मद हसीबने परिवादमें कहा था कि, २७ नवम्बर, २०१५ को शमशादने उनकी अवयस्क पुत्रीको विवाहका झांसा दिया और अपने साथ लेकर चला गया था । तब ‘पुलिस’ने किशनगंजके ‘एलआरपी’ चौकसे अपहृत लडकीको प्राप्त कर लिया था; परन्तु आरोपी शमशाद ‘पुलिस’को चकमा देकर भाग गया था । वहीं ‘पुलिस’ने बताया है कि शमशाद भोली लडकियोंसे विवाह करनेके लिए स्वयंको अविवाहित बताता था और उन्हें वेश्यावृत्तिमें धकेलता था । सभी लडकियां एक ही समुदायकी थीं । आरोपीने यह भी बताया कि वह किशनगंज जनपदके ठाकुरगंजके ‘रेड लाइट’ क्षेत्रमें लडकियोंको बेचा करता था ।
      जिस पन्थमें स्पष्ट कहा जाता है कि महिलाएं मात्र वासनापूर्ति एवं सन्तानोत्पत्तिका ही साधन हैं, वहां उनके सम्मानका तो कोई प्रश्न ही नहीं है । अब ऐसे पन्थके समूल विनाशसे ही विश्वमें धर्म स्थापना सम्भव है । – सम्पादक, वैदिक उपाासना पीठ


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