नवम्बर २९, २०१८
एकबार पुनः अलीगढ मुस्लिम यूनिवर्सिटी चर्चामें है । इसबार ‘एएमयू एयरो स्पेस मिसाइल टेक्नोलॉजी’के शोधपत्र (रिसर्च पेपर) गुम होनेको लेकर है । एएमयूके ‘जेडएच कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी’के सेवानिवृत्त प्राध्यापक नूर अफजलने दो पूर्व कुलपतियोंके विरुद्ध गम्भीर आरोप लगाए हैं । प्रो. अफजल फिलहाल अमेरिकाके कैलिफोर्नियामें हैं । उन्होंने राष्ट्रपति एवं प्रधानमन्त्रीसे ऑनलाइन परिवद की है । सबसे गम्भीर आरोप यह है कि जेडएच कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी स्थित उनके कार्यालयसे वर्ष २०१३ में एयरो स्पेस मिसाइल टेक्नोलॉजीसे सम्बन्धित शोधपत्र चोरी हो गए थे, जिनके बारेमें आज तक ज्ञात नहीं हो पाया है । उस समय थाना सिविल लाइनमें इसकी परिवाद की गई थी ।
प्राध्यापक नूरके निकटवर्ती भारतीय समाज सेवक संगठनके अध्यक्ष चौधरी इफराहीम चौधरीने बताया कि प्रो. नूर अफजलने राष्ट्रपति, प्रधानमन्त्री, मानव संसाधन विकास मन्त्री, गृहमन्त्री, वित्तमन्त्री, बीजेपी अध्यक्ष, केन्द्रीय सतर्कता आयुक्त, मुख्यमन्त्री उत्तर प्रदेश एवं अलीगढके एसएसपीसे ऑनलाइन परिवाद की है । उन्होंने एक पूर्व उप कुलपतिपर आरोप लगाया है । उनका कहना है कि २००१ में वह विश्वविद्यालयके सबसे वरिष्ठ प्राध्यापक थे । नियमानुसार बाहर जानेपर उपकुलपतिको सबसे वरिष्ठ प्राध्यापकको कार्यभार देकर जाना होता था, परन्तु तत्कालीन उपकुलपति ८४ दिन बाहर गए थे और उन्हें सूचना तक नहीं दी ! २०१३ में उनके कार्यालयमें चोरीकी घटनाको लेकर एक अन्य उपकुलपतिके विरुद्ध गम्भीर आरोप लगाए हैं ।
उन्होंने यह भी आशंका प्रकट की है कि एयरो स्पेस मिसाइल टेक्नोलॉजीसे सम्बन्धित शोधपत्र किसी शत्रु देशके हाथ में न पहुंच गए हों । इस सम्बन्धमें एएमयू पीआरओ कार्यालयके एमआईसी प्रो. शाफे किदवईने बताया कि प्रो. नूर अफजल कई वर्ष पूर्व सेवानिवृत्त हुए थे । उनकी परिवादके बारेमें कोई जानकारी नहीं है । दूसरी ओर एसएसपी अजय कुमार साहनीका कहना है कि ऑनलाइन परिवाद अभी देखी नहीं है ।
स्रोत : न्यूज २४
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