आज एक साधकने कहा कि ध्यान करते समय उन्होंने मुझे व्हील चेयरपर देखा और इससे वे अत्यधिक विचलित हो गए | मैं आजकल विदेश जाते समय या जो हवाई अड्डेपर अत्यधिक बडा हो वहां व्हील चेयर लेती हूं क्योंकि इससे मुझे थोडा कम कष्ट होता है | हवाई अड्डा, रेलवे स्टेशन इत्यादि जैसे स्थान रज-तम प्रधान होते हैं ऐसेमें मुझे उन स्थानपर अधिक कष्ट होता है और चलनेमें अधिक कष्ट होता है | ध्यानमें इस दृश्यका भान होनेका अर्थ है कि साधकमें भाव है और उन्हें यह दृश्य गुरु तत्त्वसे भान हुआ !
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