मार्च १०, २०१९
बालाकोटमें भारतके ‘एयर स्ट्राइक’से विचलित पाकिस्तान अभी भी देहलीके विरुद्घ षडयन्त्र करनेमें लगा हुआ है । समाचार विभाग ‘एएनआई’के अनुसार, शनिवार, ९ मार्चको पाकिस्तानी गुप्तचर विभाग ‘आईएसआई’ समर्थित खालिस्तानी लोगोंने भारतके उच्चायोगके सामने उद्घोष किए और भारतीय मूलके लोगोंपर आक्रमण किया ।
‘एएनआई’की ओरसे इसका विडियो भी साझा किया गया है । पाक गुप्तचर विभाग ‘आईएसआई’ समर्थित लोगोंने भारतीय उच्चायोगके सामने उद्घोष किए और भारतीय लोगोंपर आक्रमण किया । इस प्रकरणमें एक व्यक्तिको बन्दी बनाया गया; परन्तु बादमें छोड दिया गया ।
इस समूचे प्रकरणमें एक व्यक्तिको शांति भंग करनेके आरोपमें बन्दी बनाया गया है । कश्मीरी और खालिस्तान समर्थक संगठनोंके लोग भारत विरोधी उद्घोष कर रहे थे । वहां उपस्थित दूसरा समूह प्रधानमन्त्री नरेन्द्र मोदीके समर्थनमें उद्घोष कर रहा था । ‘ओवरसीज पाकिस्तानी वेलफेयर काउंसिल’ (ओपीडब्ल्यूसी) और ‘सिख्स फॉर जस्टिस’ समूहों और ‘ब्रिटेन फ्रेंड्स ऑफ इंडिया सोसायटी समूह’के लोगोंके मध्य झडप हुई ।
पुलिसका कहना है कि बन्दी बनाए गए व्यक्तिको बादमें छोड दिया गया । उसके विरुद्घ कोई कार्यवाही नहीं की जाएगी ।
“एक ओर कश्मीर, अरुणाचल तो दूसरी ओर खालिस्तान यह सभी भारण विरोधी प्रकरण जोरोंसे उठने लगे हैं । ढंग वही पुराना है कि लोगोंके मस्तिष्कमें जिहादी व भारत विरोधी विष भरकर उन्हें भिन्न राज्यके लिए प्रोत्साहित करना और अतिशयोक्ति नहीं होगी कि इन सबके लिए अएवल हम ही उत्तरदायी हैं । भारतीय प्रशासन व नेताओंके ध्यान न देनेके कारण जिहादी व आतंकी अपना कार्य सरलतासे कर पा रहे हैं ! गत कुछ समयमें तो खालिस्तानकी मांग अत्यधिक उठी है ! ऐसेमें यदि प्रशासन अब भी नहीं जागा तो देरी हो सकती है और इसका परिणाम इन राज्योंकी जनता साथ निकटवर्ती राज्योंमें भी अस्थिरता उत्पन्न की जा सकती है; अतः प्रशासन इसपर त्वरित ध्यान दे व कडा पग उठाए !” – सम्पादक, वैदिक उपासना पीठ
स्रोत : नभाटा
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