जिहादकी ओर बढता हिन्दुस्तान, वासनान्ध जिहादियोंने हिन्दू युवतीको घरसे उठाकर पिताके सामने किया सामूहिक दुष्कर्म !!


जनवरी ६, २०१९


सोमवार, ४ फरवरीको किशनगंजमें शस्त्रके बलपर परिवारको बंधक बनाकर छह मुसलमानोंने १९ वर्षीय लडकीसे सामूहिक दुष्कर्म किया । बताते हैं कि दिघलबैंक प्रखण्डके अन्तर्गत आनेवाले एक गांवमें छह युवकोंने शस्त्रके बलपर युवतीके पूरे परिवारको बंधक बनाकर यह कुकृत्य दिया ।


पुलिसने गुरूवार, ७ फरवरीको बताया कि १९ वर्षीय युवतीने बुधवार, ६ फरवरीको अपनी परिवादमें यह बताया कि कोधोवाडी पुलिस स्टेशनके अन्तर्गत आनेवाले उसके गांवके छह लोगोंने मंगलवारकी देर रात्रिको पानीके लिए उनके घरका द्वार खटखटाया । उसके पश्चात बलपूर्वक वो लोग भीतर घुस आए और उसे घरसे खींचकर बाहर ले गए । अपनी परिवादमें उस पीडित युवतीने बताया कि वे पिशाच उसे घरके पास ही एक खेतमें ले गए और वहांपर उसके पिताको वृक्षसे बांध दिया और उसके पिताके सामने ही सामूहिक दुष्कर्म किया ।

एसपी कुमार आशीषने बताया कि वे स्वयं इसकी जांच कर रहे हैं । थानाध्यक्षको आरोपियोंको बन्दी बनानेका निर्देश दिया गया है । सभीके विरुद्घ कडी कार्यवाही की जाएगी ।


दुष्कर्मकी घटनामें सम्मिलित आरोपियोंका अभिज्ञान पत्थरघट्टी पंचायतके कुढेली निवासी फैज आलम ३०, शीशाबाडी निवासी अब्दुल मन्नान २७, कमरखोद निवासी मोहम्मद कालू २८, बच्चा गुवाबाडी निवासी मोहम्मद कासिम ३५, बलवाडांगी पूरब टोला निवासी मोहम्मद तकरीर २४ और धनगडा पंचायतके गोरूमारा निवासी मोहम्मद अंसार ३५ के रूपमें हुआ है ।

 

“धर्मान्धोंका साहस अब इतना बढ गया है कि पुत्रीको पिताके सामने ही वासनान्ध मुसलमानोंने घरसे ही बाहर खींचा और दुष्कर्म किया ! यही होता है, जब हिन्दू अल्पसंख्यक होते जाते हैं और संख्या बढनेसे पूर्व भाई-भाईका राग आलापनेवाले धर्मान्धोंका एक ही धर्म होता है कि काफिरोंकी युवतियोंका जीवन नष्ट कर दो अथवा मुसलमान बनाकर जीवन नर्क बना दो । मस्जिदें और मौलवी इन कृत्योंके पूर्ण समर्थनमें रहते हैं और हम लज्जित हैं हमारे उन कुछ समाचार माध्यमोंपर, जिनमें एक नटीके १ वर्षीय पुत्रका महिमामण्डन किया जाता है; परन्तु यह समाचार किसीके प्रसार वाहिनीका मुख्य समाचार नहीं बन पाता है, कारण कि आरोपी आसमानी किताबके बन्दे हैं ! और सीख है उन धर्मनिरपेक्ष हिन्दुओंपर कि समय रहते नेत्र नहीं खोले तो कब किसके साथ यह दुर्घटना होगी, ज्ञात नहीं ! और हिन्दू युवतियों ! इस वहममें न रहें कि आपके पिता आदि साथ है तो कुछ नहीं होगा ! आजका पुरूष स्वयंकी रक्षा नहीं कर सकता, आपकी क्या करेगा ? अपनी रक्षा हेतु स्वयं सिद्ध हों, यह कालकी मांग है !” – सम्पादक, वैदिक उपासना पीठ

 

स्रोत : लाइव हिन्दुस्तान



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