‘पाकिस्तानियोंसे मौहम्मद जुबैरका षड्यन्त्र, सिखोंके विरुद्ध फैलाया द्वेष – अर्शदीपको ‘खालिस्तानी’ बताया 


६ सितम्बर, २०२२
          युवा ‘क्रिकेटर’ अर्शदीप सिंहको ‘खालिस्तानी’ कहे जानेपर भारतीय जनता ‘पार्टी’के नेता मनजिंदर सिंह सिरसाने सोमवार, ५ सितम्बरको ‘ऑल्ट न्यूज’के आरोपी मोहम्मद जुबैरके विरुद्ध परिवाद प्रविष्ट कराया, जिसमे उन्होंने आरोपी मोहम्मद जुबैरके विरुद्ध कथित रूपमें पाकिस्तान संस्थाओंके साथ मिलकर कार्य करने और ‘कैच’ छोडनेपर ‘क्रिकेटर’ अर्शदीप सिंहको ‘खालिस्तानी’ कहनेका आरोप लगाया है ।
       ‘पुलिस’ परिवादमें नेता सिरसाने बताया कि आरोपी जुबैरद्वारा साझा किए गए कुछ ‘ट्वीट’ ऐसे खातोंसे किए गए थे, जिन्हें ‘क्रिकेटर’को ‘खालिस्तानी’ कहने और उनके विरुद्ध ‘नैरेटिव’ बनानेके उद्देश्यसे बनाया गया था । उन्होंने बताया कि कैसे जुबैरके ‘ट्वीट’को पाकिस्तानियोंद्वारा सिख विरोधी भावनाओंको भडकाने और भारत देशको कलङ्कित करनेके साथ-साथ अशान्ति फैलानेके लिए आगे बढाया गया था । उन्होंने देहली ‘पुलिस’ आयुक्तसे जुबैरके विरुद्ध प्राथमिकी प्रविष्ट करने और जांच आरम्भ करनेका अनुरोध किया है।
       सिरसाने इस बातकी भी जांच करानेकी मांग की कि इस ‘खालिस्तानी’ ‘एजेंडे’को बनानेमें किसने जुबैरका साथ दिया । जो ‘ट्वीट’ अर्शदीपको देशद्रोही आदि बताते हुए किए गए हैं, वे अधिकतर पाकिस्तान और अरब देशोंके लोगोंने भारतीय बनकर किए हैं । पाकिस्तानियोंने केवल ‘सोशल मीडिया’पर ही नहीं ‘विकिपीडिया’पर भी अर्शदीपको ‘खालिस्तानी’ दिखानेका प्रयास किया ।
       अंशुल सक्सेनाके ‘ट्विटर हैंडल’पर इस सम्बन्धमें ‘स्क्रीनशॉट’ हैं । ये सारी ‘एडिटिंग’ जिस ‘आईपी एड्रेस’से की गई, वह ढूंढनेपर  पाकिस्तानका मिला है । केन्द्रीय ‘इलेक्ट्रॉनिकी’ एवं सूचना प्रौद्योगिकी मन्त्रालयने इस प्रकरणमें ‘विकिपीडिया’को ‘समन’ भी किया है ।
      आरोपी मोहम्मद जुबेरको पूर्वमें भी देश विरोधी गतिविधियोंमें संलिप्त पाया गया था । सभी आरोपियोंको भारतीय शासनद्वारा कठोर कार्यवाही करके उचित दण्ड दिया जाना चाहिए, विशेषकर भारतमें रहनेवालोंको । – सम्पादक, वैदिक उपासना पीठ
 
 
स्रोत : ऑप इंडिया


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