८ वर्षके बालकको ‘मेला’ दिखानेका प्रलोभन देकर ले गए नाना-नानीने करवा दिया ‘खतना’, हिन्दू पिताने ‘थाने’में किया परिवाद
११ जनवरी, २०२२
छत्तीसगढमें एक बार पुनः धर्मान्तरणका प्रकरण उजागर हुआ है । यह नवीन प्रकरण राज्यके जशपुर जनपदके सन्ना ‘थाना’ क्षेत्रका है । यहां नाना-नानीने ८ वर्षके बालकका ‘धोखे’से ‘खतना’ करा दिया । वहीं पिता चितरंजन सोनवानीने ‘थाने’में अपनी पत्नी, सास और ससुरालके अन्य सदस्योंके विरुद्ध परिवाद प्रविष्ट किया है । बच्चेके ‘खतने’के पश्चात उसका नाम भी सौरभसे परिवर्तित कर शमशाद रख दिया गया । बच्चेका एक दृश्यपट भी सामने आया है जिसमें वह कह रहा है कि उसके नानी-नाना उसे ‘मेला’ दिखानेका ‘लालच’ देकर बाहर ले गए थे और वहां जाकर उसकी ‘सुन्नत’ करा दी । प्रकरणपर ‘बीजेपी’ नेता प्रबल प्रताप सिंह जूदेवने अपना वक्तव्य साझा करते हुए प्रशासनसे आरोपियोंको शीघ्र बन्दी बनाने और धर्मान्तरणपर रोक लगानेको कहा है । समाचारके अनुसार, ग्रामसभा नगर टोली निवासी चितरंजन सोनवानी हिन्दू धर्मके घांसी समाजके हैं । विगत १० वर्षोंसें वह डुमरकोना गांवकी एक मुसलमान महिला रेशमा बेगमसे प्रेम विवाहकर, हिन्दू रीतिके अनुसार अपना जीवन यापन कर रहे थे; परन्तु गत वर्ष नवम्बरमें जब उनकी पत्नी बच्चोंको लेकर मायके गई तो मायकेवालों ने बेटेका ‘खतना’ करवा उसका इस्लाममें धर्मान्तरण करा दिया । पत्नीके मायकेसे लौटनेके पश्चात बच्चेने अपने पिताको इस बातकी जानकारी दी । वहीं परिवारको धर्मान्तरण हेतु ‘लालच’ भी दिया गया, जिससे आक्रोशित होकर समाजके साथ पिताने ‘थाने’में परिवाद प्रविष्ट किया ।
भारतमें जिहादियों व ईसाइयोंद्वारा धर्मान्तरणका षड्यन्त्र बडी ही कुटिलताके साथ कार्यरत किया जा रहा है । अब सभी हिन्दू परिवारोंको आवश्यक है कि वह ऐसे जालमें न फंसे व स्वयंका उत्पीडन हो तो त्वरित हिन्दूवादी संगठनोंको सूचितकर न्यायिक मार्गसे उसका विरोध करें ! – सम्पादक, वैदिक उपाासना पीठ
स्रोत : ऑप इंडिया
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