जुलाई ५, २०१८
पुणेके रहने वाले एक व्यक्तिको कनाडाकी प्रोद्यौगिकी संस्थानने चाकरीसे निवृत्त कर दिया है । निकाले जानेपर व्यक्तिने प्रोद्यौगिकी क्षेत्रमें कार्य करने वाले संस्थानपर धार्मिक आधारपर भेदभावका आक्षेप किया है । व्यक्तिका नाम अमन खान है, वह ‘एक्सफो’का कर्मचारी था । ‘एक्सफो’ क्यूबेक आधारित प्रोद्यौगिकी संस्थान है, जिसका कार्यालर पुणेके मगरपट्टामें था । उसने बताया कि उसे कुछ माह पूर्व ही पदोन्नति मिली थी । अमन खानके अनुसार, समस्या गत ६ अप्रैलको आरम्भ हुई थी । जब वह शुक्रवारको ‘नमाज’के लिए स्थानीय मस्जिदमें गया था । कार्यालय वापस आते समय वह अपने सिरपर बंधे कपडेको निकालना भूल गया और कार्य करना आरम्भ कर दिया । कथित रूपसे बात अमन खानके अधिकारी किशोर कोटेचाको अच्छी नहीं लगी और उन्होंने उसे अपने कक्षमें बुलाया और उसके धार्मिक परम्पराओंको लेकर उसकी निन्दा की ।
इस पूरी बातचीतसे निराश होकर अमन खानने इस प्रकरणको संस्थानके मानव संसाधन कर्मीके पास उठाया; लेकिन अधिकारीपर कार्रवाई करनेके स्थानपर प्रबन्धनने उसे बैठकके लिए बुलाना आरम्भ कर दिया । उसपर अपनी परिवाद वापस लेनेके लिए दबाव बनाया जाने लगा । जब अमन खानने इससे मना कर दिया तो उसे गत १२ जूनको निवृत्त दिया गया । अमन खानने इस भेदभावके विरुद्ध संस्थानके कनाडा मुख्यालयको भी ‘मेल’ भेजे थे; लेकिन इसका कोई परिणाम नहीं निकला ।
अमन खान अपने कुटुम्बका एकमात्र धन उपार्जन करने वाला सदस्य है । उनके कुटुम्बमें १२ सदस्य हैं, जिनमें और वृद्धिकी आशा है । अमनने संस्थानकी कार्रवाईके विरुद्ध गत १२ जूनको श्रमिक न्यायालयमें याचिका दी है । अमनका आक्षेप था कि ‘सॉफ्टवेयर’ निर्माता संस्थानने उनका धार्मिक और मानसिक शोषण किया है । संस्थानको २९ जूनको बैठकके लिए बुलाया गया है ।
स्रोत : जनसत्ता
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