कांग्रेसकी वास्तविकता, बेंगलुरुमें विष्णुसहस्रनाम यज्ञमें कांग्रेस कार्यकर्ताओंने किया उपद्रव, लोगोंने कहा ये राक्षस हैं !!


अप्रैल ८, २०१९

 

बेंगलुरुके पूर्ण प्रज्ञा विद्यापीठमें विष्णु सहस्रनाम यज्ञ चल रहा था, लोग विष्णु सहस्रनामका जप कर रहे थे । इसी मध्य वहांपर कॉन्ग्रेसके कुछ उपद्रवी आए और उन्होंने लोगोंको पीटना आरम्भ कर दिया, मोदीके विरोधमें उद्घोष किए और साथ ही ‘राहुल गांधी जिंदाबाद’के उद्घोष भी किए, जिसके पश्चात वहांपर उपस्थित लोगोंमें भयका वातावरण बन गया ।

इस घटनाकी प्रत्यक्षदर्शी रहीं लेखिका सहाना सिंहने इस बारेमें ट्वीट करते हुए लिखा कि कल सन्ध्याको (अप्रैल ७, २०१९) बेंगलुरुके पूर्ण प्रज्ञा विद्यापीठमें धार्मिक विद्वान, संगीतकार और लेखक एकत्र हुए थे; परन्तु वहांका वातावरण उस समय भयानक परिदृश्यमें परिवर्तित हो गया, जब कॉन्ग्रेसके कुछ उपद्रवियोंने वहां पहुंचकर मोदीके विरुझ्ध उद्घोष करते हुए विद्यापीठमें उपस्थित लोगोंपर आक्रमण करना आरभ कर दिया !

अपने एक और ट्वीटमें लेखिका लिखती है कि उनकी मां और बहन प्रातःकाल विद्यापीठसे लौटीं । वहांसे आकर वो अध्यात्मिक रूपसे अत्यधिक ऊर्जावान अनुभव कर रहीं थीं; परन्तु उन्हें नहीं ज्ञात था कि कल सन्ध्या उस विद्यापीठमें क्या होने वाला था ? एक व्यक्तिने ट्वीटमें लिखा कि जिन लोगोंने यज्ञमें बाधा डालनेका प्रयास किया, वे राक्षस हैं और भगवान राम हमारी रक्षा करें ।



“एक ओर विप्र, धेनु, सुर और सन्तकी विडम्बना करनेवाली कांग्रेस दलके अध्यक्ष राहुल गांधी और प्रियंका गांधी चुनावके समय देवालयोंमें जाकर पूजा-पाठ और गंगा स्नान आदिका दिखावा कर रहे हैं और हिन्दुवादी होनेका दम भर रहे हैं; परन्तु उनके कार्यकर्ताओंने इस महायज्ञमें जो उत्पात किया है, वह कांग्रेसकी वास्तविकताका ही बोध करवा रहा है और निस्सन्देह, विष्णुसहस्रनाम रूपी महायज्ञमें बाधा डालनेवाला हिरण्यकश्यपु रुपी असुर ही हो सकता है; परन्तु इस कलिकालमें आपकी रक्षा हेतु राम तभी आ सकते हैं, जब धर्मका अनुपालनकर धर्माभिमानी बनेंगें और दुर्जनोंका मुखर होकर विरोध ! कहा गया है कि जो धर्मकी रक्षा करता है, धर्म उसकी रक्षा करता है । कुछ धन, भूमि आदिके लोभमें हिन्दूद्रोही दलोंको मत देनेवाले निधर्मी हिन्दू और धर्मको जाननेवालोंका मौन ही इन सबका उत्तरदायी है; अतः हिन्दुओ ! लोभवृत्ति छोड धर्मको धारण करें और ऐसे राजनीतिक दलोंसे सावधान रहे, जो धर्म और राष्ट्र विरोधी है, तब ऐसे यज्ञमें बाधा डालनेवाले स्वतः ही भयभीत हो जाएंगें !”- सम्पादक, वैदिक उपासना पीठ

 

स्रोत : ऑप इण्डिया



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