बुद्धिका उपयोग गुरुकी आज्ञाका पालन परिपूर्णतासे करनेमें लगाएं
बुद्धिका उपयोग गुरुकी आज्ञाका विश्लेषण करनेमें लगानेकी अपेक्षा गुरुकी आज्ञाका पालन परिपूर्णतासे करनेमें लगाएं । ऐसा करनेसे मनोलय शीघ्र होता है और आज्ञा चक्रका भेदन हो, हमारी आध्यात्मिक प्रगति द्रुत गति से होती है -तनुजा ठाकुर
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