‘लाइव चर्चा’से धर्मद्रोहियोंके विचारोंका प्रकटीकरण !


आजकल प्रसार वाहिनियोंमें ‘लाइव चर्चा’ सत्र होते हैं, इसका एक लाभ यह है कि मुसलमानों, ईसाइयों, राष्ट्रद्रोहियों और देशद्रोहियोंके, उसके सहयोगी दलके, सबके कुत्सित विचार, समाजके समक्ष स्वयं ही प्रकट होने लगे हैं, सबका मुखौटा उतरने लगा है ! ऐसे सभी चर्चा सत्र करनेवाले निश्चित ही किसी ईश्वरीय नियोजन अनुसार सब कर रहे हैं, ऐसा लगता है !
कहते हैं न, ‘सौ दिनका चोर एक दिन पकडा ही जाता है’; अतः कितने दिवस ये समाजकण्टक अपने निकृष्ट विचारोंको समाजके समक्ष उजागर करनेसे बच सकते थे, ‘एक न एक’ दिवस तो उनकी घृणित मानसिकता समाजके समाज उजागर होनी ही थी ! मैं तो उनके वाकयुद्ध नहीं देख पाती हूं, मेरा सिर यह सोचकर घूमने लगता है कि क्या सचमें भारतमें हमने इतने सारे देशद्रोही और धर्मद्रोहीको उत्पन्न होने दिए हैं ?, किन्तु अच्छा है, इससे सभी तथाकथित धर्मनिरपेक्ष हिन्दुओंके माथेसे तथाकथित ‘धार्मिक भाईचारे’का भूत सदैवके लिए उतर जाएगा और संकट कैसे गलेतक आ चुका, यह स्पष्ट होगा !



Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

सम्बन्धित लेख


विडियो

© 2021. Vedic Upasna. All rights reserved. Origin IT Solution