हमारे शास्त्रोंमें कहा गया है – ‘मन एव मनुष्यानां कारण बंध मोक्ष्यो: ’ अर्थात् हमारा मन ही बंधन एवं मोक्षका कारण है, अतः मनका अभ्यास अध्यात्ममें आगे जाने हेतु करना आवश्यक है । मनका अभ्यास जितना सूक्ष्म होगा, बुद्धि द्वारा हम अपने मन को उतनी ही सरलता से नियंत्रित कर सकते हैं अतः मनका अभ्यास आरम्भ करें -तनुजा ठाकुर
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