देहलीमें शासनद्वारा ‘सिलेंडर’ छीनकर ‘ऑक्सीजन फिलिंग स्टेशन’ किए गए ‘सील’


०३ मई, २०२१
 देहलीमें कोरोना महामारीके प्रकरणोंमें वृद्धिके कारण स्थिति भयावह होती जा रही है । इसका प्रमुख कारण देहलीमें ‘मेडिकल ऑक्सीजन’का अभाव भी है । इसी मध्य यह आरोप लगाया जा रहा है कि देहली शासनद्वारा ‘ऑक्सीजन रिफिलर्स’का उत्पीडन भी किया जा रहा है, जिसके कारण सामान्य नागरिकोंको समस्याका सामना करना पड रहा है । समाजसेवी संस्था ‘हम’के संस्थापक अमित कुमार सिंहने एक दृश्यपट साझा करते हुए देहली शासनद्वारा जनपदमें ‘ऑक्सीजन रिफिलर्स’पर कार्यवाहीके पश्चातकी स्थितिका वर्णन किया । उनके अनुसार कोरोनाके रोगियोंके परिचारक जो ‘रिफिलर्स’से ‘ऑक्सीजन’की व्यवस्था कर रहे थे अब व्यवस्था नहीं कर पा रहे हैं; क्योंकि शासनने परिचालनको बन्द कर दिया है और केवल १३ ‘रिफिलस’को ‘ऑक्सीजन’ प्रदान करनेकी अनुमति दी है । वहीं शासनद्वारा साझा किए गए उन १३ रिफिलर्स’के भ्रमणभाष क्रमांक या तो बन्द हैं या उनकेद्वारा कोई उत्तर नहीं दिया जा रहा है । समाचारके अनुसार देहली शासनने वेस्ट विनोद नगरके एक ‘ऑक्सीजन रिफिलर एजेंसी’को ‘सील’ कर उनके ‘सिलेंडर’ छीन लिए । उसके पश्चात शासनद्वारा छह ‘ऑक्सीजन एजेंसियों’के भ्रमणभाष क्रमांक साझा किए गए; परन्तु उनमेंसे एकका भ्रमणभाष नहीं उठ रहा है । वहीं ‘रिफिल स्टेशन’के स्वामीने यह भी बताया कि उन्हें अनेक लोग बुला रहे हैं परन्तु वह ‘ऑक्सीजन’की व्यवस्था करनेमें पूर्णतः असमर्थ हैं; अतः वह किसीकी भी सहायता नहीं कर सकते हैं । उल्लेखनीय हैं कि २८ अप्रैलको देहली शासनने एक आदेश पारित किया था जिसके अनुसार ‘मेडिकल ऑक्सीजन’की आपूर्ति सुनिश्चित करवाने हेतु विशेष दलकी नियुक्तिके निर्देश दिए गए थे जिससे राजधानीमें ‘मेडिकल ऑक्सीजन’की आपूर्ति सुचारू हो सके ।
      कोरोनाके मध्य सम्पूर्ण भारतमें अव्यवस्था यह बताती है कि आजके राजनेतामें शासन करनेकी क्षमता ही नहीं है ! एक वर्षसे चल रहे इस महामारी हेतु कुछ भी समयपर उपाय योजना न कर पाना, यह दर्शाता है कि आजके सभी राजनीतिक दलोंके नेतागण सत्ता हेतु राजनीति करते हैं न कि प्रजाके पालन व रक्षण हेतु ! – सम्पादक, वैदिक उपाासना पीठ
 
 
स्रोत : ऑप इंडिया


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