अप्रैल १, २०१९
देहली स्थित शिक्षण संस्थान जामिया मिलिया इस्लामियामें जहां एक कार्यक्रमको गैर इस्लामिक बताते हुए विरोध हुआ तो वह निरस्त करना पडा ! समाचारके अनुसार, कट्टरपंथी छात्रोंके विरोधके कारण जामिया मिलिया इस्लामियाके ‘फैकल्टी ऑफ इंजीनियरिंग एंड टेक्नॉलजी’की (FET) ओरसे आयोजित होनेवाला ‘फैशन शो’ शनिवार, ३० मार्चको निरस्त कर दिया गया । कट्टरपंथियोंका आरोप था कि यह कार्यक्रम ‘इस्लामिक आचार’ और जामियाकी ‘तहजीब’के विरुध्द है ।
‘तर्ज ए लिबास’ नामका यह कार्यक्रम ‘एफईटी’के वार्षिक कार्यक्रम ‘एक्सटेसी’के अन्तर्गत शनिवारको आयोजित होना था । ‘स्टूडेंट्स ऑफ जामिया’के फलकके नीचे इस कार्यक्रमका विरोध यह कहते हुए आरम्भ कर दिया गया कि ये कार्यक्राम गैर इस्लामिक है तथा किसी भी स्थितिमें इस कार्यक्रमको नहीं होने दिया जाएगा । तीव्र विरोधके समक्ष जामिया प्रशासन झुक गया तथा कार्यक्रमको निरस्त (रद्द) कर दिया गया !
“कलाकी स्वतन्त्रताके ठेकेदार, धर्म-जातिसे ऊपर उठनेकी बात करनेवाले लोग इसपर मौन हैं । जब पाकिस्तानके कलाकारोंका भारत आनेपर विरोध किया जा रहा था, तब कुछ बुद्धिजीवियोंका कहना था कि कलाका धर्म नहीं, यह सीमिओंसे परेय है और अब देशके भीतर ही यह सब हो रहा है तो अब सभी मौन है; सम्भवतः तथाकथित सौहार्द बिगडनेका भय है, इसलिए मौन है !! इस सबसे बोध होता है कि बुद्धिजीवियोंका ज्ञान केवल एक वर्ग विशेषके हितके लिए रहता है ! ” – सम्पादक, वैदिक उपासना पीठ
स्रोत : सुदर्शन न्यूज
Leave a Reply