विवाहके पश्चात मुसलमानके पिताने भी हिन्दू लडकीसे किया दुष्कर्म, पिता-पुत्र दोनों बनाए गए बन्दी
१३ जनवरी, २०२१
देहलीके रोहिणी नगर क्षेत्रमें दो मुसलमान पिता और पुत्रको पुलिसद्वारा बन्दी बनाया गया है । विवाहके पश्चात ससुरने भी लडकीसे दुष्कर्म किया । वहीं, उसकी सास भी उसे विवश करती रही कि वह वेश्यावृत्ति करे । हिन्दू लडकी और मुसलमान लडका, एक दूसरेको विद्यालयमें एक साथ पढते हुए तीन वर्षोंसे जानते थे, तब वह अल्पवयस्क थी । सोहेलने उसे तब मादक द्रव्य देकर दुष्कर्म कर लिया था । तीन माह पूर्व लडकीने अपना धर्म परिवर्तितकर, सोहेलसे कचहरीमें संवैधानिक रूपसे विवाह कर लिया था । सोहेलसे विवाहके पश्चात, उसके ससुरने भी उसके साथ दुष्कर्म किया । इतना होनेपर उसकी सासने उसे वेश्यावृत्तिके लिए विवश करनेका प्रयास आरम्भ कर दिया । अब लडकीने पुलिसमें प्राथमिकी प्रविष्ट कराई है; यद्यपि अब वह वयस्क हो चुकी है । पुलिसके ‘डीएसपी’ मिश्राने इसे लव-जिहाद नहीं बताया है; किन्तु लडकी वयस्क हो चुकी है तो उसके अनुसार प्रकरण प्रविष्ट किया गया है । लडकीने स्वयं धर्म परिवर्तनकर उससे स्वेच्छासे विवाह किया था; किन्तु बलपूर्वक दुष्कर्मके कारण दोनों अपराधियों, पिता और पुत्रको बन्दी बनाया गया है ।
उल्लेखनीय है कि इससे पूर्व एक लव-जिहादी शोएबने अपनी ‘पहचान’ छुपाकर १५ वर्षीय लडकीको अपने जालमें फंसानेके लिए, छद्म नामसे ‘फेसबुक’पर अपना खाता बनाया था और ‘धोखा’ देकर विवाह करने हेतु लडकीका अपहरण किया था । उसे भी बन्दी बना लिया गया था । लडकीके पिताद्वारा पुलिसमें परिवाद करनेपर उसे शीघ्र ही ढूंढ निकाला गया था ।
झांसेमें आकर जब कोई लडकी, धर्म शिक्षणके अभावमें अपना धर्म परिवर्तित कर लेती है और अभिभावकोंसे नाता तोड मुसलमान सङ्ग विवाह कर लेती है तो मुसलमान उसे वेश्यावृति करनेके लिए विवश करते हैं और यह केवल एक उदाहरण नहीं है; अपितु ऐसी घटनाओंके समाचार प्रायः आते ही रहते हैं । ऐसे दुष्कर्म करने और करानेवालोंको कठोर कारावासका दण्ड दिया जाना चाहिए । बच्चोंको भी इसके परिणामोंसे समय-पूर्व अवगत कराने हेतु धर्म शिक्षा देना परिजनका कर्तव्य है । – सम्पादक, वैदिक उपाासना पीठ
स्रोत : ऑप इंडिया
Leave a Reply