उत्तर प्रदेश अतिक्रमणसे बचानेके लिए ‘वक्फ’ सम्पत्तियोंकी होगी ‘जीपीएस मैपिंग’, अभिकरणोंको किया गया नियुक्त
२ अगस्त, २०२२
उत्तर प्रदेशमें प्रशासनद्वारा अतिक्रमण हटानेके लिए निरन्तर ‘बुल्डोजर’ कार्यवाही की जा रही है । निरन्तर शासकीय सम्पत्तिपर अतिक्रमणकर भवन बनानेवालोंपर योगीजीका ‘बुल्डोजर’ चल रहा है । जिस मध्य अब ‘वक्फ’ सम्पत्तियोंको अतिक्रमणसे बचानेके लिए उनकी ‘जीपीएस मैपिंग’ कराए जानेके निर्देश दिए गए हैं । आपको बता दें कि समितिने इसके लिए अभिकरणोंको नियुक्त किया गया है ।
जानकारीके अनुसार, उत्तर प्रदेशके अलीगढमें ‘वक्फ’ सम्पत्तियोंकी ‘मैपिंग’के लिए अभिकरणके रूपमें ‘अलीगढ मुस्लिम विश्वविद्यालय’का चयन किया गया है । अलीगढमें ४२५१ सम्पत्तियां ‘वक्फ’ की हैं । प्रदेशके अधिकतम जनपदोंमें सहस्रों ‘वक्फ’ सम्पत्तियां हैं । अलीगढमें भी अनेक सम्पत्तियोंका पंजीकरण ‘सुन्नी सेंट्रल वक्फ’ समितिमें है; किन्तु अधिकतर सम्पत्तियोंपर अवैध अतिक्रमण है, इसलिए प्रदेश ‘सुन्नी सेंट्रल वक्फ’ समितिने ‘वक्फ’ सम्पत्तियोंकी ‘जीपीएस मैपिंग’ करानेका निर्णय लिया है ।
आपको बता दें कि उक्त जानकारी देते हुए जनपद अल्पसंख्यक कल्याण अधिकारी स्मिता सिंहने बताया कि जनपदके सभी ‘मुतावल्ली वक्फ’ सम्पत्तियोंके उक्त कार्य हेतु चयनित अभिकरणको अपना पूर्ण सहयोग प्रदान करना सुनिश्चित करें ।
सर्वप्रथम तो यह सुनिश्चित किया जाना चाहिए कि ‘वक्फ’ कितना आवश्यक है ? देशमें समान नागरिक विधानकी आवश्यकता है, जहां, पक्षपातवाली ‘वक्फ’ जैसी किसी संस्थाकी आवश्यकता ही न रहे । – सम्पादक, वैदिक उपाासना पीठ
स्रोत : ऑप इंडिया
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