बल्लभगढके ‘अवैध मजार’में मिली कामोत्तेजक, सम्मोहनकी औषधि, शौचालयमें देवी-देवताओंके चित्र, ‘मौलवी’ गफ्फार बन्दी
२३ नवम्बर, २०२१
फरीदाबादके बल्लभगढमें पंचायत भवनकी भूमिपर बने एक ‘अवैध मजार’से कामोत्तेजक और स्त्रियोंको सम्मोहित करने सहित कई प्रकारकी औषधियां प्राप्त हुई हैं । स्थानीय लोगोंके पास परिवाद (शिकायत) थी कि ‘मजार’के शौचालयमें हिन्दू-देवी देवताओंके चित्र लगे हैं । जब लोग वहां पहुंचे तो उन्हें मादक एवं कामोत्तेजक औषधिके साथ, ‘इस्लामी’ पुस्तकें और कई आपत्तिजनक वस्तुएं प्राप्त हुई । जिससे लोग उस ‘अवैध मजार’को हटानेके लिए धरना-प्रदर्शन करने लगे ।
वहीं विरोध प्रदर्शनके मध्य वहां एकत्रित लोगोंने पत्रकारको बताया कि ‘मजार’के ‘मौलवी’का नाम अब्दुल गफ्फार है; किन्तु हिन्दू महिलाओंको भ्रमित करनेके लिए वह अपना नाम बबली बताता है । विचारणीय है कि बल्लभगढके इस ‘मजार’के बाहर जो फलक लगा है, उसपर ‘बाबा भूरेशाहकी दरगाह’ लिखा है ।
हिन्दू संगठनोंद्वारा किए गए विरोध प्रदर्शनको देखते हुए फरीदाबाद ‘पुलिस’ने वहां पहुंचकर ‘मजार’के भीतर उपस्थित ‘मौलवी’को अपने साथ ले गई । वहीं हिन्दू संगठनोंने प्रशासनसे मांगकी कि शीघ्रातिशीघ्र इस ‘अवैध मजार’को ध्वस्तकर वहां एक मन्दिर बनाया जाए ।
अपने कुलदेवता और इष्टदेवको छोड, मजारपर जाना, हिन्दुओंकी पथभ्रष्टता ही है और इसका उपचार केवल हिन्दुओंको धर्मशिक्षण देना है । – सम्पादक, वैदिक उपाासना पीठ
स्रोत : ऑप इंडिया
Leave a Reply