बाराबांकीमें ‘जय श्रीराम’ उद्घोष लगानेपर सलीम व आदिमने गुड्डूको पीट पीटकर किया चोटिल
३ मार्च, २०२२
घटना उत्तरप्रदेशके बाराबंकी जनपदके गुलचप्पाकला गांवकी है । समाचार है कि २८ फरवरीकी सन्ध्या जब गुड्डू रावत गांवकी एक आपणीपर पान मसाला लेने गया, तो चुनावके उपर विवाद हुआ । गुड्डूने योगी एवं मोदीकी जयकारके साथ स्थानीय विधायकका नाम लेते हुए ‘जय श्रीराम’के उद्घोष लगा दिए ।
इसपर पूर्व प्रधान अलीमके बेटे सलीम व आदिम क्रोधित हो गए । उन्होंने गुड्डूको पीट पीटकर मरणासन्न कर दिया व उसे वहीं छोडकर भाग गए ।
सूचना मिलते ही परिजन पहुंचे व सलीम व आदिमपर मारपीट व ‘एससीएसटी’ विधानके अन्तर्गत परिवाद प्रविष्ट करवाया । जनसमूहने एकत्रित होकर ‘पुलिस’ चौकीपर आन्दोलनकर आरोपियोंको त्वरित बन्दी बनानेकी मांग की । ‘पुलिस’ आरोपियोंको ‘थाने’ लेकर गई । ग्रामीणोंने ‘पुलिस’की कार्यवाहीसे असन्तुष्ट होकर ‘पुलिस’पर भेदभावके आरोप लगाए । ‘पुलिस’के समक्ष ही अलीमके भतीजे शादाबने हरभजनको पीट दिया ।
समाचार है कि गुड्डूपर ‘धारदार’ शस्त्रोंसे वार किए गए हैं । घटना दो समुदायोंके मध्यकी है; इसलिए गांवमें आक्रोश है । सभी आरोपी बन्दी बना लिए गए हैं । गुड्डू चिकित्सालयमें प्रविष्ट है ।
पूर्वप्रधानके पुत्रोंकी ‘गुंडागर्दी’के कारण यह अत्याचार हुआ है । चुनावके बारेमें अपना मत व्यक्त करना कोई अपराध नहीं । उद्घोष लगानेपर निर्दयतापूर्वक पीटना दुःखद है । पीडितोंके संग उचित न्याय हो । – सम्पादक, वैदिक उपाासना पीठ
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