जून ५, २०१८
वरिष्ठ पत्रकार गौरी लंकेश हत्याकाण्डपर चुप्पी तोडते हुए सनातन संस्था और हिन्दू जनजागृति समितिने आक्षेप किया कि धार्मिक हिन्दू संगठनोंको नष्ट करनेका षडयन्त्र किया जा रहा है। गौरी लंकेशकी हत्याके प्रकरणमें सनातन संस्थाके लोगोंको बन्दी बनाया गया है।
प्रसार तन्त्रको (मीडिया) दिए एक वक्तव्यमें सनातन संस्थाने आक्षेप किया कि सनातन संस्था और हिन्दू जनजागृति समितिको आसान शिकार बनाया जा रहा है और निर्देष होनेके बाद भी प्रताडित किया जा रहा है। यह धर्मनिरपेक्षताके नामपर धार्मिक हिन्दू धार्मिक संगठनों और उनके कार्यकर्ताओंको नष्ट करनेका षडयन्त्र है !
ज्ञात हो कि कर्नाटक पुलिस मुख्य अन्वेषण दलने (एसआईटी) गत सप्ताह चार लोगोंको बन्दी बनाया था; जो कथित रूपसे हिन्दू संगठन सनातन संस्था और इसके आनुषांगिक संगठन ‘हिन्दू जनजागृती समिति’से (एचजेएस) जुडे हुए हैं।
बन्दी बनाए चारों आरोपियोंको जनवरी २०१८ में मैसूरूमें लेखक केएस भगवानकी हत्याके षडयन्त्रके आक्षेपमें पकडा गया था।
साथ ही इनके सम्बन्ध, हिन्दू युवा सेनाके कार्यकर्ता ३७ वर्षीय केटी नवीन कुमारसे भी हैं। नवीन कुमारने २०१७ में एचजेएस और सनातन संस्थाकी कई बैठकोंमें भाग लिया था और उसे गौरी लंकेश हत्या प्रकरणमें फरवरी २०१८ में बन्दी बनाया गया था।
लंकेश पत्रिकाकी सम्पादक गौरी लंकेशकी हत्या ५ सितम्बर २०१७ में पश्चिमी बंगलूरूमें उनके घरके बाहर कर दी गई थी। कन्नड कवि और पत्रकार पी लंकेशकी बडी पुत्रीपर सात बार गोलीबारी की गई थी।
स्रोत : अमर उजाला
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