इलाहाबादके युवकको अमेरिकाके चलभाषसे मिला ‘आइएसआइएस’ गुप्तचर बननेका सन्देश !


जून ३०, २०१८

धूमनगंजके एक हिन्दू युवकको आतंकी संगठन ‘आईएसआईएस इण्डिया’ के ‘व्हाट्सएप’ समूहसे जोडे जानेका प्रकरण सामने आया है ! युवकको ‘व्हाट्सएप’ सन्देश भेजकर भारतीय विभागोंकी गुप्त सूचनाएं मांगी गई है । साथ ही बात न माननेपर उसे परिणाम भुगतनेकी चेतावनी दी गई है । इस सन्देशके आनेके बादसे युवक और उसका कुटुम्ब भयभीत है । युवकने शुक्रवारको धूमनगंज थानेमें परिवाद दिया तो पुलिस चेतावनी देने व ‘आईटी एक्ट’का अभियोग कर, जांच ‘साइबर सेल’को सौंप दी है । एसएसपीने कहा है कि प्रकरणको एटीएसको सौंपा जाएगा !

धूमनगंज पुलिसके अनुसार मुण्डेरा निवासी एक युवक महाराष्ट्रके ठाणे स्थित लोकमान्य नगर पाण्डामें निजी उद्योगमें चाकरी करता है । इन दिनों वह आया है । युवकने परिवाद दिया कि गुरुवारको घरमें वह चलभाषपर चलचित्र देख रहा था, तभी एकाएक एक ‘व्हाट्सएप आईडी’से एक सन्देश आया । उसका नम्बर ‘आईएसआईएस इंडिया’ समूहमें जोड दिया गया है ! यह देखकर वह अचम्भित रह गया और तुरन्त उस समूहसे हट गया, ; लेकिन उसे पुनः समूहमें डाल दिया गया ! उसने पुनः समूह छोडा तो उसे फिर डाल लिया गया ! उसके बाद कुटुम्बके सदस्योंको परिणाम भुगतनेकी चेतावनी दी जाने लगी !

‘आईएसआईएस इण्डिया’ नामके समूहसे आए सन्देशमें अंग्रेजीमें लिखा, “क्या तुम हमारे संगठनमें गुप्तचरका कार्य करना चाहते हो ?, यदि तुम हमारे साथ कार्य करनेको सज्ज हो अपना निवास स्थान और व्यापारका सन्देश करो ! तुम्हे ५००० डॉलर प्रत्येक माह भारतीय विभागोंकी सूचना हमें देनेके लिए दिए जाएंगे !”

दूसरा सन्देश

“ध्यान रहे, तुम सब हमारी ‘साइबर आर्मी’ चिह्नित किए गए हो ! हम जानते हैं, तुम हमारा साथ दोगे, बिना कोई प्रश्न किए !”

पुलिसके अनुसार जब युवकने उत्तर नहीं दिया तो उसे ‘व्हाट्सएप कॉल’ आने लगे ! जांचमें पता चला है कि अमेरिकाके दो राज्योंके चलभाषसे ‘व्हाट्सएप कॉल’की गई है ! ‘साइबर सेल’से जांच कराई जा रही है । प्रकरणमें एसएसपी नितिन तिवारीने कहा कि ऐसा प्रथम प्रकरण यहांपर सामने आया है । अभियोग करनेके पश्चात ‘साइबर सेल’ने जांच आरम्भ कर दी है । अभियोगकी गम्भीरताको देखते हुए इसे ‘एटीएस’को सौंपा जाएगा !

स्रोत : लाइव हिन्दुस्तान



Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

सम्बन्धित लेख


सूचना: समाचार / आलेखमें उद्धृत स्रोत यूआरऍल केवल समाचार / लेख प्रकाशित होनेकी तारीखपर वैध हो सकता है। उनमेंसे ज्यादातर एक दिनसे कुछ महीने पश्चात अमान्य हो सकते हैं जब कोई URL काम करनेमें विफल रहता है, तो आप स्रोत वेबसाइटके शीर्ष स्तरपर जा सकते हैं और समाचार / लेखकी खोज कर सकते हैं।

अस्वीकरण: प्रकाशित समाचार / लेख विभिन्न स्रोतोंसे एकत्र किए जाते हैं और समाचार / आलेखकी जिम्मेदारी स्रोतपर ही निर्भर होते हैं। वैदिक उपासना पीठ या इसकी वेबसाइट किसी भी तरहसे जुड़ी नहीं है और न ही यहां प्रस्तुत समाचार / लेख सामग्रीके लिए जिम्मेदार है। इस लेखमें व्यक्त राय लेखक लेखकोंकी राय है लेखकद्वारा दी गई सूचना, तथ्यों या राय, वैदिक उपासना पीठके विचारोंको प्रतिबिंबित नहीं करती है, इसके लिए वैदिक उपासना पीठ जिम्मेदार या उत्तरदायी नहीं है। लेखक इस लेखमें किसी भी जानकारीकी सटीकता, पूर्णता, उपयुक्तता और वैधताके लिए उत्तरदायी है।

विडियो

© 2021. Vedic Upasna. All rights reserved. Origin IT Solution