भगवान हनुमानपर संगोष्ठीपर कांग्रेस नेताके बडे बोल, ‘शिक्षाका भगवाकरण न करें’


सितम्बर ६, २०१८

रायपुर: प्रदेशके ‘कुशाभाऊ ठाकरे पत्रकारिता विश्वविद्यालय’में हनुमानजीपर दो दिवसोंकी संगोष्ठीका आयोजन किया गया है । संगोष्ठी सात और आठ सितम्बरको आयोजित की गई है । इस आयोजनपर कांग्रेसका कहना है कि यह आयोजन बच्चोंका ‘भगवाकरण’ करनेके लिए किया जा रहा है । वहीं बीजेपी नेताका कहना है कि बच्चोंको सनातन धर्मका इतिहास जानना आवश्यक है ।

रायपुरके सरकारी विश्वविद्यालय कुशाभाऊ ठाकरेमें विश्व भर से विद्वान जुटेंगे और ‘वैदिक संस्कृतिमें हनुमान एवं आध्यात्मिक संचार’पर चर्चा होगी । विश्वविद्यालयके कुलपतिका कहना है कि आध्यात्मिक संचार सभी क्षेत्रोंमें है । हम सभीका आदर करते हैं । पहले भी कबीरके ऊपर संगोष्ठीकी जा चुकी है । यह कार्यक्रम अयोध्या संस्थान लखनऊ, संस्कृति मन्त्रालय करा रहा है । इस आयोजनके मध्य ६० शोधपत्र पढे जाएंगे ।

इस आयोजनको लेकर कांग्रेस प्रवक्ता किरणमयी नायकने विरोध प्रकट करते हुए कहा है कि पत्रकारिता विश्वविद्यालयमें वहांके मूल पाठ्यक्रम और उससे सम्बन्धित विषयपर संगोष्ठी होनी चाहिए । हनुमान भगवानके नामपर भाजपा और आरएसएस सरकारी विश्वविद्यालय और वहांके संसधानोंका दुरुपयोग कर रहें हैं । वहांके बच्चोंका भगवाकरण किया जा रहा है । यह अनुचित है । ऐसी संगोष्ठी करवानी है तो विश्वविद्यालयको ‘धार्मिक विश्वविद्यालय’ घोषित कर देना चाहिए ।

वहीं भाजपा नेता गौरीशंकर श्रीवासने कहा कि यह अच्छा है कि पत्रकारिता विश्वविद्यालयमें भी सनातन धर्म और हनुमान भगवानको लेकर संगोष्ठी की जा रही है । इससे हिन्दू धर्मके इतिहासकी जानकारी होगी और रहा प्रश्न कांग्रेसका तो, वो प्रत्येक प्रकरणमें राजनीति करती है ।

 

“कांग्रेसको यदि धर्म अथवा धर्मशिक्षणसे परहेज है तो राहुल गांधी क्यों मानसरोवरकी यात्रापर है ? धर्मके संस्कार बालकों और युवा मनपर ही अंकित किए जाते है, यह भी इन धर्मद्रोहियोंको ज्ञात नहीं है” – सम्पादक, वैदिक उपासना पीठ

 

स्रोत : जी न्यूज



Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

सम्बन्धित लेख


सूचना: समाचार / आलेखमें उद्धृत स्रोत यूआरऍल केवल समाचार / लेख प्रकाशित होनेकी तारीखपर वैध हो सकता है। उनमेंसे ज्यादातर एक दिनसे कुछ महीने पश्चात अमान्य हो सकते हैं जब कोई URL काम करनेमें विफल रहता है, तो आप स्रोत वेबसाइटके शीर्ष स्तरपर जा सकते हैं और समाचार / लेखकी खोज कर सकते हैं।

अस्वीकरण: प्रकाशित समाचार / लेख विभिन्न स्रोतोंसे एकत्र किए जाते हैं और समाचार / आलेखकी जिम्मेदारी स्रोतपर ही निर्भर होते हैं। वैदिक उपासना पीठ या इसकी वेबसाइट किसी भी तरहसे जुड़ी नहीं है और न ही यहां प्रस्तुत समाचार / लेख सामग्रीके लिए जिम्मेदार है। इस लेखमें व्यक्त राय लेखक लेखकोंकी राय है लेखकद्वारा दी गई सूचना, तथ्यों या राय, वैदिक उपासना पीठके विचारोंको प्रतिबिंबित नहीं करती है, इसके लिए वैदिक उपासना पीठ जिम्मेदार या उत्तरदायी नहीं है। लेखक इस लेखमें किसी भी जानकारीकी सटीकता, पूर्णता, उपयुक्तता और वैधताके लिए उत्तरदायी है।

विडियो

© 2021. Vedic Upasna. All rights reserved. Origin IT Solution