मार्च ३, २०१९
सीमापर एयर स्ट्राइकसे मुंहकी खानेके पश्चात पाकिस्तानका गुप्तचर विभाग ‘आइएसआइ’ भारत विरुद्घ षडयन्त्र करनेमें लगी हुई है । समाचार माध्यम आजतकको गुप्त सूत्रोंने जानकारी दी है कि ‘आईएसआई’ नेपालकी सेनामें घुसपैठ करनेके प्रयासमें लगी हुई है । इसके लिए ‘आईएसआई’ और वहांकी सेना नेपालकी राजधानी काठमांडूमें ‘नेशनल डिफेंस कॉलेज’ बना रही है ! चीनकी भांति पाकिस्तान नेपालसे निकटता बढानेके प्रयासमें लगा हुआ है, ताकि वो नेपालमें भारतके प्रयासोंको अल्प कर सके ।
सुरक्षा विभागसे जुडे एक अधिकारीके अनुसार पाकिस्तान और नेपालके मध्य ‘नेशनल डिफेंस कॉलेज’ बनानेको लेकर गत कुछ दिवसोंमें कई बैठक हो चुकी हैं । पाकिस्तान गत कुछ वर्षोंमें नेपालके साथ अपने सम्बन्धोंको निरन्तर सशक्त करनेमें लगा हुआ है, जिससे वो भारतके प्रभावको अल्प कर सके । गत दिवसोंमें एक ब्यौरेमें कहा गया था कि पाकिस्तान, नेपालमें भारत विरोधी और आतंकी गुटोंकी सहायता करनेमें लगा हुआ है, जिससे आतंकी नेपाल और भारतकी खुली सीमाका लाभ उठाकर भारतमें प्रवेश पा सके ।
सूत्रोंके अनुसार, नेपालके मोरंग जनपदमें ‘लश्कर-ए-तैयबा’का संदिग्ध मौलाना उमर मदनी नूतन प्रारूप (मॉड्यूल) बनाकर भारत विरोधी गतिविधियोंको प्रसारित करनेमें लगा है । मौलाना मदनी, लश्कर-ए-तैयबासे जुडा है और वो ‘नेपाल एजुकेशनल एंड वेलफेयर सोसायटी’केद्वारा भारत विरोधी गतिविधियोंको प्रसारित कर रहा है । गुप्तचर विभागद्वारा गृह मन्त्रालयको दिए गए ब्यौरेमें कहा गया है कि सीमासे सटे कुछ नेपालके जनपदमें मौलाना मदनी अपनी संस्थाओंकेद्वारा विदेशोंसे धन मंगा रहा है । इस धनका दुरुपयोग वह सीमा क्षेत्रमें रहनेवाले युवाओंकी बुद्धिभ्रमितकर लश्करमें सम्मिलित करनेके लिए कर रहा है ।
इतना ही नहीं एक विवरण यह भी आया है कि कतरसे पैसा नेपालके रास्ते आ रहा है, जिसका प्रयोग भारतकी सीमापर उपस्थित मस्जिदोंके मौलवियोंको देकर अनुचित गतिविधियोंके लिए किया जा रहा है । आपको बता दें कि आतंकवादको आश्रय देनेवाले पाकिस्तानके लिए १७५१ किमीतक खुली भारत- नेपालकी सीमा सबसे लाभकारी रही है । यही कारण है कि आतंकी बाघा या अन्य सीमाके स्थानपर इस राहको अधिक महत्व देते हैं ।
“पाकिस्तान अपने कुकृत्योंसे पीछे नहीं हटेगा और अब वह नेपालपर भी विष छोडने लगा है, जो भारतके लिए चिन्तनीय स्थिति है । भारत शासन नेपालके साथ सम्पर्क साधकर इस विषको प्रसारित होनेसे रोके और चीन और पाकिस्तानके इस संयुक्त कुकृत्योंको असफल करें ।”- सम्पादक, वैदिक उपासना पीठ
स्रोत : आजतक
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