कानपुरके प्राचीन शिवमन्दिर परिसरमें पकाई जा रही थी ‘बिरयानी’, सिराज, नूर आलम व फरीदपर परिवाद


२९ मई, २०२१
       कानपुरके थाना बजरियाके क्षेत्र बेकनगंज सोनारवाली गलीमें एक प्राचीन शिव मन्दिरके ‘चबूतरे’पर मांसाहारी ‘बिरयानी’ विक्रय की जा रही थी । इतना ही नहीं, मन्दिर परिसरमें ही ‘बिरयानी’ पकाई भी जा रही थी ।
         ‘बेकनगंज बाबा स्वीट्स’के निकट किसी प्राचीन मन्दिरके गिरनेकी सूचना प्राप्त होनेपर २६ मई २०२१ को पुलिसदल वहां पहुंचा था, तो उन्हें प्राचीन मन्दिरके परिसरमें यह दृश्य दिखाई दिया । इससे क्रोधित होकर ‘मेयर’ने त्वरित थानेको सूचितकर विरोध प्रकट किया । पुलिसने संज्ञान लेते हुए बेकनगंज निवासी मोहम्मद सिराज, नूर आलम व फरीदके विरुद्ध धार्मिक भावनाओंको चोट पहुंचानेके आरोपमें परिवाद प्रविष्ट किया ।
      यह एक मुसलमान बहुल क्षेत्र है । यहां अनेक प्राचीन मन्दिर थे; परन्तु वहांके मुसलमान लोगोंने धीरे-धीरे बहुत सारे मन्दिर ध्वस्त कर दिए । कुछ मन्दिरोंमें ताला लगाकर उनमें कूडा भर दिया गया है, तथा मन्दिर परिसरोंका उपयोग अन्य कार्यों हेतु किया जा रहा है ।
    भारतमें हिन्दू मन्दिरोंकी यह अवस्था अत्यन्त चिन्ताजनक है । जिस क्षेत्रमें भी मुसलमान बहुसङ्ख्यक होते हैं, वे हिन्दुओंकी आस्थापर भारी पडते हैं । मुख्यमन्त्री योगी आदित्यनाथको स्वयं इस घटनाका संज्ञान लेना चाहिए । उस क्षेत्रके क्षतिग्रस्त मन्दिरोंका पुनर्निर्माण हो तथा मन्दिर ध्वस्त करनेवालोंपर कठोर कार्यवाही हो । हिन्दुओंको जागरूक होकर  अपने धार्मिक स्थानोंके संरक्षण हेतु आन्दोलन करना चाहिए । – सम्पादक, वैदिक उपाासना पीठ
 
 
स्रोत : ऑप इंडिया


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