जुलाई १३, २०१८
दो माह पूर्व ‘अलीगढ मुस्लिम विश्वविद्यालय’में (एएमयू) लगी पाकिस्तानके संस्थापक, मोहम्मद अली जिन्नाके चित्रको लेकर बहुत उपद्रव हुआ था । अब पूर्व उप-राष्ट्रपति हामिद अंसारीके वक्तव्य शसे लगता है कि यह एक बार फिर उभर कर सामने आएगा ! हामिद अंसारीने अंग्रेजी समाचार पत्र ‘टाइम्स ऑफ इण्डिया’को दिए एक साक्षात्कारमें कहा है कि ‘अलीगढ मुस्लिम विश्वविद्यालय’में लगी जिन्नाके चित्रमें कुछ भी गलत नहीं है । उन्होंने कहा कि यदि कोलकातामें ‘विक्टोरिया मेमोरियल’ हो सकता है तो एएमयूमें जिन्नाका चित्र क्यों नहीं हो सकता ?
उन्होंने कहा कि महान व्यक्तित्वोंका सम्मान करना यहांके छात्रसंघकी पुरानी परम्परा है । ‘अलीगढ मुस्लिम विश्वविद्यालय’में सम्मानित होने वाले महात्मा गांधी पहले व्यक्ति थे, जिनका चित्र भी यहां लगाया गया है । जो कोई भी यहां सम्मानित होता है, उसका चित्र लगाया जाता है । मोरारजी देसाई, मदर टेरेसा, खान अब्दुल गफ्फार खान सहित कई लोगोंको यहां सम्मानित किया गया है और उनका चित्र भी यहां लगा है ।
उन्होंने कहा कि मोहम्मद अली जिन्ना भी उन्हीमें से एक थे, जिन्हें यहां सम्मानित किया गया था; इसीलिए उनका चित्र भी यहां लगाया गया है, इसमें गलत क्या है ? यदि ‘विक्टोरिया मेमोरियल# इस देशमें हो सकता है तो जिन्नाका चित्र होनेमें गलत क्या है ?
हामिद अंसारीने कहा कि देशमें ऐसी कई भवन हैं, जिन्हें ब्रिटिश शासनने शैक्षणिक प्रतिष्ठानके दृष्टिकोणसे बनवाया था तो क्या इन भवनोंको तोड देना चाहिए । हम ऐसा नहीं कर सकते ! भवन और चित्रोंपर प्रहार करना हमारी परम्परामें नहीं है ।
स्रोत : अमर उजाला
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