जून ८, २०१८
पाकिस्तानके कुछ निजी विद्यालयोंमें पढाई जाने वाली सामाजिक विज्ञानकी पुस्तकोंको प्रतिबन्धित कर दिया गया है ! सामाजिक विज्ञानकी इन पुस्तकोंमें भारतका एक मानचित्र छपा हुआ है । इसमें पाक अधिकृत कश्मीरको भारतका अङ्ग बताया गया है । सामाजिक विज्ञानकी ये पुस्तकें पाकिस्तानके निजी विद्यालयोंकी श्रृंखलामें कक्षा २, ४, ५, ८ और ८ में पढाई जाती थी ।
इन पुस्तकोंका अभिज्ञान होते ही पाकिस्तानके पंजाब ‘कैरिकुलम एण्ड टेक्सबुक बोर्ड’के (पीसीटीबी) प्रबन्ध निदेशक अब्दुल कयूमने ४ जूनको एक आदेश दिया था, जिसमें इन पुस्तकोंपर तत्काल प्रभावसे प्रतिबन्ध लगानेकी बात कही गई थी । ‘पीसीटीबी’के आदेशमेंं कहा गया है कि कक्षा २, ४, ५, ८ और ८ में पढाई जाने वाली सामाजिक विज्ञानकी इन पुस्तकोंमें विवादित और आपत्तिजनक विषय है, विशेषतया यह विषय पाकिस्तानके मानचित्रसे सम्बन्धित है !
परिपत्रमें (सर्कुलर) कहा गया है कि विवादित और आपत्तिजनक विषयके कारण ‘पीसीटीबी’ सामाजिक विज्ञानकी इन पुस्तकोंपर प्रतिबन्ध लगा रहा है ! इन पुस्तकोंके विषयोंको ‘पीसीटीबी’ने न ही अनुमोदित किया है और न ही किसी शैक्षिक संस्थानमें इसे पढाए जानेकी अनुमति दी है, जो कि ‘पीसीटीबी ऐक्ट २०१५’की धारा १० के अन्तर्गत आवश्यक है !
इतना ही नहीं, ‘पीसीटीबी’ने निजी विद्यालयोंकी इस श्रृंखलाके प्रबन्धन, पुस्तकोंके प्रकाशक और संचालकके विरुद्ध एक शिकायत भी की है, जिसके आधारपर लाहौर पुलिसने निजी विद्यालयोंकी इस श्रृंखलाके प्रबन्धन, पुस्तकके प्रकाशक और संचालकके विरुद्ध आपराधिक अभियोग किया गया है ।
अपने परिपत्रमें (सर्कुलर) बताया गया है कि ‘पीसीटीबी ऐक्ट’के अनुसार ‘पीसीटीबी’की अनुमतिके बिना कोई भी किसी भी पुस्तकको न ही मुद्रण कर सकता है और न ही प्रकाशन या विक्रय कर सकता है ! इसके अतिरिक्त, ‘पीसीटीबी’की अनुमतिके बिना कोई भी किसी भी पुस्तकको किसी शैक्षिणिक संस्थानमें अनुमोदित कर सकता है ! यह सभी कृत्य ‘पीसीटीबी ऐक्ट’के अन्तर्गत प्रतिबन्धित हैं ।
‘पीसीटीबी’ने पंजाब प्रान्तके सभी जिलोंके ‘डिस्ट्रिक एग्जिक्यूटिव ऑफिसर’को निर्देश दिए हैं कि वह अपने क्षेत्रमें आने वाले सम्बन्धित विद्यालयोंमें ‘छापेमारी’कर सम्बन्धित पुस्तकको निषेध कर दें !
विद्यालयके पूर्व शिक्षककी शिकायतपर हुई है कार्रवाई
‘पीसीटीबी’ने निजी विद्यालयोंमें पढाई जाने वाली सामाजिक विज्ञानकी पुस्तकोंपर कार्रवाई एक पूर्व शिक्षककी शिकायतके आधारपर की है । इस निजी विद्यालयोंके मुल्तान प्रान्त स्थिति ब्राञ्चमें पढाने वाले पूर्व शिक्षकने सामाजिक विज्ञानकी इन पुस्तकोंको लेकर ‘पीसीटीबी’से शिकायत की थी ।
स्रोत : जी न्यूज
Leave a Reply