मुख्यमन्त्री योगीके शासनमें २००० कोटिका अवैध साम्राज्य ध्वस्त, ढेर हुए १४० अपराधी, धर्मान्तरण और गोहत्यापर अंकुश, महिलाएं हुईं सुरक्षित


१६ जनवरी, २०२२
      उत्तर प्रदेशमें अखिलेश यादव और मायावतीका निरन्तर १५ वर्षोंके शासनकालके विषयमें पूछते ही लोग विधान व्यवस्थाके उन दुर्दिनोंको स्मरण करने लगते हैं; परन्तु, ‘सपा-बसपा’के पश्चात आई ‘भाजपा’के नेतृत्वमें मुख्यमन्त्री योगी आदित्यनाथने विधान व्यवस्थाको स्थापित करनेमें सफलता पाई ।
      योगी आदित्यनाथने मुख्यमन्त्रीके रूपमें ‘पुलिस’को इतनी स्वतन्त्रता दी हुई है कि जब सामनेसे अपराधी ‘गोली’ चलाए, तब वे हाथपर हाथ धरे बैठे न रहें । गत साढे ४ वर्षमें मार गिराए गए १३९ अपराधियोंमेंसे अधिकतरपर पुरस्कार घोषित था ।
      ‘गैंगस्टर एक्ट’के अन्तर्गत भी ९९३३ अपराधियोंको कारागृहमें भेजा गया । १०१२ कोटि रुपएकी सम्पत्तिको अधिग्रहित किया गया । पूरे साढे ४ वर्षोंकी बात करें तो ‘भाजपा’ शासनमें अबतक अपराधियोंके १९०० कोटि रुपएके साम्राज्यको ध्वस्त किया गया है । अब दशा ये है कि मुख्तार अंसारी, अतीक अहमद और विजय मिश्र जैसे बडे ‘माफिया’ कारागृहमें दण्ड भुगत रहे हैं ।
     धर्मान्तरण विरोधी विधान बननेके १ वर्षके भीतर अनुमानतः ११० प्रकरण प्रविष्ट किए गए । अधिकतरमें आरोपपत्र भी प्रविष्ट किए गए ।
     इसके अतरिक्त यहां ‘मिशन शक्ति’की बात करना भी आवश्यक है । अक्टूबर २०२० में योगी आदित्यनाथने ‘मिशन शक्ति’को प्रस्तुत किया, जिसके अन्तर्गत लडकियोंको आत्मरक्षाकी तकनीक सिखाई जाती है । महिलाओंकी सुरक्षा और सम्मानकी भारतीय संस्कृतिकी भावनाके अन्तर्गत आरम्भ किए गए इस अभियानके अन्तर्गत राज्यके १५०० ‘पुलिस थानों’में महिलाओंके लिए भिन्न कक्ष स्थापित करनेकी प्रक्रिया आरम्भ की गई । इनमें महिलाओंके विरुद्ध अपराध महिला ‘पुलिस’कर्मी ही प्रविष्ट करती हैं ।
        मुख्यमन्त्री योगी आदित्यनाथ जैसे राजनेताकी आज राष्ट्रको अत्यधिक आवश्यकता है । योगीजीद्वारा लिए जा रहे निर्णय अपने आपमें ही आदर्श हैं, जिनका अन्य राज्योंके मुख्यमन्त्रियोंद्वारा अनुसरण किया जाना चाहिए । इसीमें राष्ट्रहित है । – सम्पादक, वैदिक उपाासना पीठ
 
 
स्रोत : ऑप इंडिया


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