अप्रैल २१, २०१९
लोकसभा चुनाव २०१९ के तृतीय चरणके मतदानसे पूर्व आयकर विभागको एक बडी सफलता मिली है । वास्तवमें, आयकर विभागके अधिकारियोंने एक वाहनकी जांच की । इस वाहनको जांचते समय इसकी डिग्गीमें पडा ‘स्टेपनी’ टायर कुछ संदिग्ध सा लगा । दलने तत्काल इसे उतारकर जांच किया । जांचके समय पाया गया कि टायरके भीतर भारी मात्रामें नकदी ले जाई जा रही थी । आयकर विभागने जब नकदीको गिना तो ज्ञात हुआ कि यह २ कोटिसे अधिक धन था ।
बताया जा रहा है कि २.३० कोटिकी यह नकदी एक व्यक्तिद्वारा बेंगलुरुसे शिवमोगा ले जाई जा रही थी । सारे नोट २००० रुपयेके थे । समाचार विभाग ‘एएनआई’के अनुसार, आयकर विभागने शनिवारको कर्नाटक और गोवामें की गई छापेमारी और वाहनोंकी जांचके समय ४ कोटिसे अधिककी नकदी अधिकृत की है ।
“मतदानमें अवैध धनका उपयोग, यह भारतीय राजनीतिका एक कटु सत्य है । नेता जनताके हितके कार्य करते नहीं है, जिस हेतु उन्हें सत्ता दी जाती है । फिर चुनाव आनेपर येन-केन प्रकारसे सत्ता पाने चाहते हैं और इसका सबसे उत्तर तरीका है, धन; क्योंकि लालची व सुप्त जनताको केवल इसी माध्यमसे खरीदा जा सकता है । अतः स्पष्ट है कि न ही ये नेता सत्ता योग्य हैं और न ही यह सुप्त जनता राजा चुनने योग्य । केवल हिन्दू राष्ट्र ही अब इस स्थितिको परिवर्तित कर सकता है !”- सम्पादक, वैदिक उपासना पीठ
स्रोत : जी न्यूज
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