अगस्त १७, २०१८
उत्तर प्रदेशके महाराजगंजके कोल्हुई क्षेत्रमें एक मदरसेके प्रधानाचार्य और २ अन्यके विरूद्ध देशद्रोहका अभियोग प्रविष्ट किया गया है । आरोप है कि इन लोगोंने मदरसेके छात्रोंको तिरंगा फहरानेके पश्चात राष्ट्रगान नहीं गाने दिया ! तीनोंके विरूद्ध प्राथमिकी प्रविष्ट करनेके पश्चात उन्हें बन्दी बना लिया गया है । मुख्य आरोपीका संज्ञान जुनैद अंसारीके रुपमें हुआ है, जो कि बाडगो गांवका निवासी है । वहीं शेष आरोपियोंमें मदरसाका प्रधानाचार्य फजलुर रहमान और अध्यापक निजाम सम्मिलित हैं । समाचारके अनुसार, यह घटना ‘मदरसा अरबिया अहले सुन्नत गर्ल्स कॉलेज’की है । यह मदरसा उत्तरप्रदेश मदरसा मण्डलसे सम्बन्धित है और वर्ष २००७ से चलाया जा रहा है ।
प्रान्तीय अधिकारी अमर नाथ उपाध्यायसे निर्देश मिलनेके पश्चात प्रान्तीय अल्पसंख्यक अधिकारी प्रभात कुमारने इस प्रकरणकी जांचकी है । जांचके पश्चात प्रभात कुमारने मदरसेकी मान्यता रद्द करनेकी अनुशंसा की है । मदरसा मण्डलके कुलसचिव एसएन पाण्डेने जिलाधिकारीको एक पत्र लिखकर इस प्रकरणमें शीघ्र जांच विवरण जमा करनेको कहा है । पत्रमें इस घटनाको ‘खतरनाक’ बताया गया है और मण्डलने सभी मदरसोंको सूचना जारी कर निर्देश दिए हैं कि सभी मदरसे स्वतन्त्रता दिवस मनाएं । यह घटना एक वीडियोसे उजागर हुई, जो कि सामाजिक प्रसार माध्यमपर प्रसारित हो रही थी ।
इस वीडियोमें दिखाई दे रहा था कि अंसारी बच्चोंको राष्ट्रगान गानेसे रोक रहा था । सुनील कुमार त्रिपाठी इस समय जब आपत्ति प्रकट की तो अंसारीने कहा कि हम यहां ये सब नहीं करते ! इस समय मदरसेके प्रधानाचार्य और अध्यापक वहां उपस्थित थे; लेकिन उन्होंने कुछ नहीं कहा । वीडियोमें दिखाई दे रहा है कि ध्वज फहरानेके पश्चात विद्यालय अध्यापक सुनील कुमार त्रिपाठीने बच्चोंसे राष्ट्रगान गानेको कहा, लेकिन स्थानीय निवासी जुनैद अंसारीने बच्चोंको रोक दिया । जब त्रिपाठीने इसकी परिवाद पुलिससे करनेको कहा तो आरोपी भाग गया !
स्रोत : जनसत्ता
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