फरवरी १६, २०१९
‘जैश-ए-मोहम्मद’ने पुलवामा आक्रमणको लेकर स्वयं ही स्वीकार किया कि पुलवामा आक्रमणमें उसका साथ है । ‘जैश’का मुखिया मसूद अजहर है, जोकि खुलकर पाकिस्तानमें सुरक्षाके साथ रहता है; परन्तु भारतमें अब पाकिस्तान परस्त और मुस्लिम वोट बैंकको साधनेवाले नेता पाकिस्तानके ही समर्थनमें आ खडे हुए हैं ।
एक ओर केन्द्र शासन कई देशोंके प्रतिनिधियोंको बुलाकर उनको बता रही है कि पाकिस्तानका इसमें हाथ है और हम पाकिस्तानपर आपको विश्वासमें लेकर कार्यवाही करना चाहते हैं । दूसरी ओर नवजोत सिंह सिद्धू और अब ममता बनर्जी जैसे नेता खुलकर पाकिस्तानके बचावमें उतर आए हैं ।
बंगालका भी १ सैनिक हुतात्मा हुआ है, जिसका नाम बबलू संतरा था । ममता बैनर्जी कह रही है कि अभी पाकिस्तानके विरुद्घ नहीं बोलना चाहिए, पाकिस्तानपर अभी दोष डालना अनुचित है, अभी जांच कहां हुई है !!
अर्थात एक ओर स्वयं पाकिस्तानका आतंकी संगठन उत्तरदायित्व ले रहा है और दूसरी ओर ममता बैनर्जी पाकिस्तानको निर्दोष बता रही हैं !!
“इस्लामिक होने और मुस्लिम तुष्टिकरणके फेरमें सम्भवतः ममता भूल गई हैं कि वे भारतमें रहती हैं ! ऐसे लज्जाहीन नेताओंका अब प्रखर विरोध करने और प्रतिबन्धित करनेका समय आ चुका है । राष्ट्र इन द्रोहियोंका इतना विरोध करें कि या तो ये स्वयं राष्ट्र छोड दें अथवा ये पश्चाताप करें कि इन्होंने राष्ट्रविरुद्ध कृत्य क्यों किया ? उच्चतम न्यायालयको भी स्वयं संज्ञान लेकर कार्यवाही करनी चाहिए व केन्द्र शासनको राष्ट्रद्रोहका अभियोग चला इन्हें तुरन्त प्रतिबन्धित करना चाहिए !” – सम्पादक, वैदिक उपासना पीठ
स्रोत : दैनिक भारत
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