फरवरी २६, २०१९
‘विश्व हिन्दू परिषद’के वरिष्ठ नेता सुरेंद्र जैनने सोमवार, २५ फरवरीको आरोप लगाया कि तृणमूल कांग्रेस देशमें सबसे बडी साम्प्रदायिक शक्ति है और इसकी मुख्यमन्त्री ममता बनर्जी पश्चिम बंगालको बांग्लादेश बनानेका प्रयास कर रही हैं ! जैनकी यह टिप्पणी पश्चिम बंगालकी मुख्यमन्त्री बनर्जीके इस आरोपकी पृष्ठभूमिमें आई है कि विश्व हिन्दू परिषद (विहिप) और भाजपा राज्यमें स्थितिको साम्प्रदायिक बनानेका प्रयास कर रहे हैं । विहिपके अन्तर्राष्ट्रीय संयुक्त महासचिव जैनने पीटीआई भाषासे कहा, ‘‘तृणमूल कांग्रेस देशमें सबसे बड़ी साम्प्रदायिक शक्ति है । तृणमूल कांग्रेस केवल अल्पसंख्यक समुदायके तुष्टीकरणके लिए राज्यके हिन्दुओंको प्रताडित कर रही है । यह बंगालको बांग्लादेश बनानेका प्रयास कर रही है ।’’ तृणमूल कांग्रेसकी विस्तारित कोर समितिकी यहां सोमवारको हुई बैठकमें बनर्जीने आरोप लगाया कि गत साढे चार वर्षोंमें भाजपाने ‘विहिप’ और ‘आरएसएस’ जैसी शक्तियोंके साथ मिलकर देशको धार्मिक आधारपर विभाजित करनेका प्रयास किया है । इसके लिए जनताके मध्य घृणा और साम्प्रदायिकताका विष घोला जा रहा है । जैनने कहा, ‘‘हमने राज्यको साम्प्रदायिक नहीं बनाया, वरन तृणमूल कांग्रेस ऐसा कर रही है ।’’ उन्होंने कहा, ‘‘तृणमूल कांग्रेस शासन राष्ट्र-विरोधियोंको संरक्षण दे रही है और देशभक्तोंपर आक्रमण करा रही है ! यदि हम राष्ट्रीय ध्वज फहराते हैं और भारत माताके लिए उद्घोष लगाते हैं तो क्या बंगालमें यह अपराध है ?’’
“बंगालमेंं हिन्दू अपने त्यौहार नहीं मना सकते हैं, हिन्दुत्वनिष्ठोंकी हत्याएं व हिन्दू स्त्रियोंका धर्मान्धोंद्वारा शील हरण हो रहा है, उपद्रवकर हिन्दुओंको भगाया जा रहा है, यह सभी कारण स्पष्ट करते हैं कि बंगाल अब बांग्लादेश बननेको है और इसके पश्चात भी ममता आरोप विहिप और संघपर लगा रही है, यह हास्यास्पद भी है और दण्डनीय भी !!; परन्तु अभी आवश्यकता है तो इसे यहीं रोकनेकी ! यदि अभी नहीं रोका गया तो सम्भवतः बंगालमें भी बांग्लादेशमें मिलाकर पृथक इस्लामिक राष्ट्रकी मांग उठे; अतः सभी राष्ट्रप्रेमियोंने मुखर होकर बंगालकी, परन्तु स्वयंको बांग्लादेशी आतंकियोंं, रोहिंग्याओंका हितैषी समझनेवाली मुख्यमन्त्रीके इन अनुचित कृत्योंका मुखर होकर विरोध करना चाहिए !”-सम्पादक, वैदिक उपासना पीठ
स्रोत : नभाटा
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