जून २१, २०१८
कर्नाटकके एक मन्त्रीने गुरुवारको यह कहकर विवाद पैदा कर दिया कि उन्होंने शासकीय प्रयोगके लिए ‘इनोवा’ नहीं, ‘टोयोटा फॉरच्यूनर’की मांग की है; क्योंकि वे ‘बचपन से ही वह बडे वाहनोंमें’ चलने के आदी रहे हैं । उनके इस कथनकी विपक्षी दल भाजपाने आलोचना की है; लेकिन कांग्रेसने इसका बचाव किया है ।
खाद्य और नागरिक आपूर्ति मन्त्री जमीर अहमद खानने कहा कि उन्हें ‘टोयोटा इनोवा’की स्वीकृति दी गई है, जिसे वह ‘कम स्तर’का मानते हैं; इसलिए ‘फॉरच्यूनर’की मांग की है । खान व्यवसायी परिवारसे आते हैं । उन्होंने संवाददाताओंसे कहा, “मैं बचपनसे ही बडे वाहनोंसे चलता रहा हूं । मुझे ‘इनोवा’की स्वीकृति दी गई है । मैं इसे आरामदायक नहीं मानता; क्योंकि मैं हमेशा बडे वाहनोंसे चलता रहा हूं और ‘इनोवा’ छोटे स्तरका वाहन है ।”
उन्होंने कहा, “२-३ ‘एसयूवी’का अभी तक आवण्टन नहीं हुआ है और इनमेंसे एक पूर्व मुख्यमन्त्री सिद्धारमैया प्रयोग करते थे ।” यह पूछे जाने पर कि क्या उन्हें सिद्धारमैया वाला वाहन चाहिए ? तो इस पर खानने कहा, “क्या यह स्थायी कार है ? ये सभी अस्थायी कार हैं । यहां तक कि सत्ता भी अस्थायी है ।”
मन्त्रीकी मांगपर भाजपा प्रवक्ता एस. प्रकाशने कहा कि खानके पास १०० बडे वाहनोंका समूह है, उन्हें अपने वाहनमें चलना चाहिए । कांग्रेसके राज्यसभा सांसद सैयद नसीर हुसैनने खानका बचाव करते हुए कहा कि मन्त्री किसी विशेष वाहनकी मांग कर रहे हैं तो इसमें कुछ भी गलत नहीं है । हुसैनने कहा, “समाचार माध्यम अर्थहीन प्रकरणको बढावा दे रहा है । अनुरोध करनेमें क्या गलत है ? यदि कोई मन्त्री, किसी वाहनको लेकर सहज नहीं है तो वह दूसरेकी मांग क्यों नहीं कर सकता ?”
यह पूछे जाने पर कि जब मुख्यमन्त्री एचडी कुमारस्वामी उनकी निजी ‘रेंज रोवर’ वाहनका प्रयोग कार्यालय सम्बन्धी कार्यके लिए करते हैं तो वह शासकीय वाहन क्यों मांग रहे हैं ? इसपर खानने कहा कि वह चाहते हैं कि लोग उन्हें जानें कि वह मन्त्री हैं । खानने कहा, “कुमारस्वामीको हर कोई जानता है, उन्हें परिचयकी आवश्यकता नहीं है । वह बहुत लोकप्रिय हैं; लेकिन मैं तो सिर्फ एक मन्त्री हूं । मेरी भी इच्छा है । यह अवसर कठिनाईसे मिलता है !”
स्रोत : जी न्यूज
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