जुलाई २४, २०१८
विश्व प्रसिद्ध महाकाल मन्दिरमें प्रतिदिन शामको होने वाली आरतीसे पूर्व भांगसे श्रंगार किया जाता है । इसे देखनेके लिए दूर-दूरसे श्रद्धालु उज्जैन पहुंचते हैं; लेकिन महाकाल मन्दिरमें हो रहे शिवलिंग क्षरणको लेकर लगाई गई याचिकाके पश्चात अब महाकाल मन्दिर समितिने अब नूतन आदेश दिए है । समितिने निर्णय लिया है कि भांगके कारण हो रहे शिवलिंग क्षरणको रोकनेके लिए अब एक दिवसमें केवल ३ किलो भांगसे ही शिवलिंगपर श्रृंगार किया जा सकेगा । १२ ज्योतिर्लिंगोंमें से एक महाकालेश्वर मन्दिरमें प्रतिदिन कई प्रकारके श्रृंगार किए जाते हैं । श्रावण माहमें होने वाले श्रृंगार सबसे अधिक प्रचलित है और जिन्हें देखनेके लिए दूर-दूरसे श्रद्धालु भी उज्जैन पहुंचते हैं । महाकाल मन्दिरमें संध्या आरतीके पूर्व भांगसे श्रृंगार किया जाता है, जिसमें भांगकी मात्रा १० से १५ किलोके आसपास रहती थी ।
वहीं, महाकाल मन्दिरमें शिवलिंगके क्षरणको लेकर लगाई गई याचिकाके पश्चात मन्दिर समितिने क्षरणको रोकनेके लिए नूतन निर्णय लिया है । इसके अन्तर्गत अब न केवल तीन किलो भांग ही शिवलिंगपर चढ़ाई जा सकेगी, साथ ही यह भी निर्धारित करना होगा कि भांग रसायन युक्त ना हो । बताया जा रहा है कि श्रावणमें आने वाले कांवड यात्रियोंद्वारा लाया गया जल भी अब फिल्टर कर ही महाकालेश्वरपर चढाया जा सकेगा । जलको शुद्धिकरण करनेका नूतन यन्त्र आ गया है । खबर है कि यन्त्रका परिक्षण सोमवारको कर लिया है । कावडिए मशीनसे लगे पात्रोंमें जल डालेंगे, जो शुद्ध होकर भगवानपर चढेगा । यन्त्रके पास ‘एलईडी’ भी लगी होगी, जिसमें गर्भगृहमें भगवानपर चढ रहे जल और दूधको देखा जा सकेगा ।
स्रोत : जी न्यूज
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