राजस्थानमें एक बालकके साथ हुए निर्मम ढंगसे हुए दुष्कर्मको पुलिसने बताया साधारण चोट
१३ जनवरी, २०२१
बीकानेरके बज्जू क्षेत्रका एक अवयस्क बालक १५ दिसम्बर २०२० को अपने ननिहाल जा रहा था, तब उसके पडोसी जसराज बिश्नोई, हरीश, सोमराज और विकासने मिलकर उसका अपहरण कर लिया । वे उसे लूणकरणसर लेकर गए । वहां उसके साथ मारपीट की गई, उसे बलपूर्वक मदिरा पिलाई गई तथा उसका बलात्कार किया गया । उसे एक माहतक बन्धक बनाकर रखा । उसके गुप्तांगमें पेट्रोल डाल, उसके तनको जलती सिगरेटसे दागा गया । बच्चा ४ जनवरी २०२१ को किसी प्रकार अपराधियोंके चंगुलसे पलायन करके घर पहुंचा ।
बज्जू पुलिस थानेमें परिजनद्वारा परिवाद प्रविष्ट किया गया । बीकानेरकी मुख्य पुलिस अधीक्षक प्रीति चन्द्राने इसका कारण आरोपियों तथा पीडितके परिवारके मध्य पुरातन शत्रुता बताया है । पुलिसके अनुसार पीडितके गुप्तांग व शरीर साधारण चोटिल हैं ।
उल्लेखनीय है कि राजस्थानसे पिछले कुछ माहमें ऐसी अनेक आपराधिक घटनाएं ज्ञात हुई हैं । एक १९ वर्षीय युवतीके संग ८ दिनोंतक सामूहिक बलात्कार किया गया था । दो अवयस्क चचेरी बहनोंसे ४ युवकोंने सामूहिक बलात्कार किया था । आरोपियोंने दोनों बहनोंको किसी पर्वतपर फेंक दिया था ।
राजस्थानकी घटना अमानवीय है । राज्य शासनसे अपेक्षा है कि अपराधियोंको शीघ्र बन्दी बनाकर कठोर दण्ड दिया जाए, न कि उसे साधारण चोट बताकर उसका पोषण करे ! पुलिस प्रशासनके इसी व्यवहारके कारण आज साधारण नागरिक उनपर विश्वास नहीं करते हैं । पुलिसने साधारणजनके साथ खडा होना चाहिए, जिससे न्यायमें उनका विश्वास बना रहे । – सम्पादक, वैदिक उपाासना पीठ
स्रोत : ऑप इंडिया
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